चारधाम यात्रा में अव्यवस्थाओं पर पर्यटन मंत्री नाराज, कही ये बड़ी बात…

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देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा चल रही है। चारधाम यात्रा के दौरान अव्यवस्थाओं को लेकर जहां पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज पर सवाल उठाए जा रहे थे। उनके दुबई जाने पर विपक्ष हमलावर था। तो वहीं अब दुबई से लौटते ही सतपाल महाराज एक्शन में नजर आ रहे हैं। चारधाम यात्रा में हो रही अव्यवस्थाओं और गड़बड़ियों पर जहां अधिकारियों की क्लास लग रही है। तो वहीं अब खबर है कि  महाराज जल्द ही चारधाम यात्रियों के पंजीकरण के बाद सत्यापन न होने पर बड़ी कार्रवाई करने वाले है। ये कार्रवाई रिस्ट सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम के खिलाफ होने वाली है।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने उनके पीछे हुई लापरवाही और अनियमितताओं को लेकर सख्त कदम उठाया है। बताया जा रहा है कि महाराज ने कहा है कि चारधाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन और सत्यापन करने वाले निजी वेंडर पर कार्रवाई की जाएगी। बता दें टूरिस्ट सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम में पंजीकरण और सत्यापन में आ रही समस्या के कारण पर्यटकों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब तक 11 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री रेजिस्ट्रेशन करा चुके है। लेकिन लोगों को शासन की खामियों का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। रविवार को हरिद्वार जिला पर्यटन कार्यालय में चारधाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर श्रद्धालुओं की लम्बी कतार लगी रही। भीड़ के कारण काउंटर पर कई बार धक्का-मुक्की होती रही। लेकिन जैसे ही श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन स्लॉट जून के प्रथम सप्ताह तक बुक होने पता चला उनमें निराशा छा गई।

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बताया जा रहा है कि पर्यटन विभाग ने चारधाम यात्रा के लिए सभी यात्रियों के पंजीकरण और सत्यापन के लिए टूरिस्ट सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम बनाया था। जिसका जिम्मा एथिक्स ग्रुप ऑफ कंपनी को दिया गया। इसमें चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन और उसके बाद कई अलग-अलग जगहों पर वेरिफिकेशन होना था। लेकिन इस सिस्टम के तहत यात्रा से पहले रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया तो शुरू हो गई पर सत्यापन  के नाम पर शुन्य नजर आ रहा है। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। दूर-दूर से आ रहे तीर्थयात्रियों को पता चल रहा है कि बुकिंग फुल है। श्रद्धालुओं का कहना है कि सरकार को पर्याप्त व्यवस्थाएं करनी चाहिए थी। जब दूर-दराज से श्रद्धालु यहां पहुंच चुके हैं तो पता चला रहा है कि रजिस्ट्रेशन फुल हो गए हैं। जिससे उन्हें निराशा मिल रही है। लोग प्रशासन पर सवाल उठा रहे है।