रुद्रपुर (मयंक गोयल): राज्य स्थापना दिवस की 23वीं वर्षगांठ जनपद में धूमधाम से मनाई गई। जनपदस्तरीय कार्यक्रम क्षेत्रीय विधायक शिव अरोरा की अध्यक्षता में पुलिस लाइन में सम्पन्न हुआ। विधायक शिव अरोरा, मेयर रामपाल सिंह, जिलाधिकारी उदयराज सिंह, एसएसपी मन्जूनाथ टीसी, मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा सहित भाजपा के प्रदेश मंत्री विकास शर्मा तथा राज्य आन्दोलनकारियों व अन्य अधिकारियों द्वारा राज्य आन्दोलन में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले शहीदों को नमन किया गया तथा राज्य आन्दोलनकारियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्याक्रम का शुभारम्भ राज्य आन्दोलन के दौरान खटीमा गोलीकाण्ड के शहीदों के चित्रों पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर किया गया।
इस अवसर पर विधायक शिव अरोरा ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में कड़े संघर्ष के बाद राज्य मिला है, राज्य की प्राप्ति के लिए आन्दोलनकारियों द्वारा अपने प्राणों की आहूती दी गई तथा जेल में अनेकों यातनाएं सही है और राज्य निर्माण में मातृ शक्ति ने बहुत बड़ा संघर्ष किया है। उन्होंने कहा कि हमारी मातृ शक्ति ने राज्य निर्माण हेतु आधार शिला का काम किया है। उन्होंने कहा कि सुदूरवर्ती क्षेत्रवासी सोचते थे कि विकास होगा या नहीं। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने मानवीय संवेदनाओं, मूल भावनाओं का सम्मान करते हुए राज्य गठन कर, आन्दोलनकारियों के सपनों के अनुरूप राज्य का तोहफा दिया। उन्होंने कहा कि स्व. एनडी तिवारी के विकास के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि राजनीति में जो भी ईमानदारी से कार्य कर रहे हैं वे नारायण दत्त तिवारी को आदर्श मानते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिडकुल का नाम एनडी तिवारी के नाम पर रख तथा उनकी मूर्ति की भी स्थापना की।
उन्होंने कहा कि राज्य ने इन 23 वर्षों के सफर में बहुत कुछ पाया है और भी बहुत कुछ पाना बाकी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का देवभूमि से विशेष लगाव है और कई अरब रूपये की योजनाएं उत्तराखण्ड को दी हैं। उन्होंने कहा कि बाबा केदारनाथ की भूमि से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि आने वाला दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संकल्प लिया कि 2025 तक अपने राज्य को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाएंगे। उन्होंने कहा कि शहीदों के सपनों के अनुरूप राज्य के चहुमुंखी विकास हेतु सभी को एकजुट होकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योग पनपेंगे तो रोजगार के नए-नए अवसर भी पैदा होंगे, इसी सोच के साथ मुख्यमंत्री आगे बढ़ रहे हैं और अब तक उद्योगपतियों के साथ लगभग 1.24 लाख करोड़ के एमओयू साइन हो चुके है।
उन्होंने कहा कि राज्य आध्यात्मिक एवं सांस्कृति आस्था का केन्द्र रहा है। उन्होंने कहा कि विश्व के लोग राज्य में आने के लिए लालायित रहते हैं। उन्होंने कहा कि मानस खण्ड को विशेष पहचान देने की दिशा में लगातार कार्य किये जा रहे हैं और मास्टर प्लान भी तैयार किये जा रहे हैं तथा मानस खंड आध्यात्मिक विकास की यात्रा में बढ़ते जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में आन्दोलनकारियों को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण, नकल विरोधी कानून, धर्मान्तरण विरोधी कानून, नजूल नीति समान नागरिक संहिता सहित रुद्रपुर के विकास हेतु मल्टी लेवल पार्किंग, देवभूमि की सीमा पर संस्कृति पर आधारित गेट बनाने, रोड सौन्दर्यीकरण, खेल मैदान, मेडिकल कॉलेज आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि एयरपोर्ट विस्तारीकरण की मोनीटरिंग हेतु एयरपोर्ट मॉनिटरिंग कमेटी में उन्हें डिप्टी चेयरमैन बनाया गया है। उन्होंने कहा कि चहुमुंखी विकास हेतु बड़े विजन के साथ ईमानदारी से कार्य कर रहे हैं।
मेयर रामपाल सिंह ने कहा कि खटीमा गोलीकांड की बरबरता को अपनी आंखों से देखा हैं। उन्होंने कहा कि शहीदों के सपनों को साकार करने की दिशा में बहुत सारी उपलब्धियां राज्य ने हासिल की हैं और अभी लम्बा सफर तय करना बाकी हैं। उन्होंने कहा कि विकास एक सतत प्रक्रिया हैं जिसमें हमेशा विकास की संभावनाएं बनी रहती हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून एवम शांति व्यवस्था, अवस्थापना विकास सहित उद्योग जगत हेतु आवश्यक सभी सुविधाएं अनुकूल होने के कारण उद्योग जगत के लिए राज्य में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि सीएम धामी की संकल्पना है कि वर्ष 2025 में राज्य विकास के क्षेत्र में अग्रणीय राज्य में सर्वाेच्च हो। उन्होंने कहा कि शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए सभी को एकजुट होकर आगे बढ़ना होगा, यही शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि सरकार जनता के द्वार के तहत नजूल पर मालिकाना हक की पहल की गई है जिसके अन्तर्गत एक-एक व्यक्ति के दरवाजे पर जाकर ही निःशुल्क पत्रावलियां तैयार कराई जा रही हैं जिसमें सम्बन्धित गरीब व्यक्ति का एक भी रुपया खर्च नहीं होता। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नजूल भूमि पर काबिजों को मालिकान हक दिलाने के सपनो को साकार करने में जिलाधिकारी उदयराज सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं।
जिलाधिकारी उदयराज सिंह ने कहा कि राज्य आन्दोलनकारियों द्वारा जिन अपेक्षाओं आकांक्षाओं को लेकर राज्य गठन हेतु आन्दोलन किया गया था उनकी भावनाओं के अनुरूप निरंतर कार्य किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि चहुंमुखी विकास हेतु प्रत्येक व्यक्ति को अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देना होगा। उन्होने कहा कि सभी कर्मचारी तथा अधिकारी अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा, तत्परता एवं ईमानदारी से करंे यही शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
कार्यक्रम में कृषि, उद्यान, समाज कल्याण, ग्राम्य विकास, स्वास्थ्य, पशुपालन, मत्स्य, पुलिस, वन, शिक्षा, डेरी, स्वयं सहायता समूह, बाल विकास, रेशम, गन्ना, पंचायतीराज, उरेडा, सेवा योजन, सहकारिता, पुलिस विभाग की ओर से उपवा उत्सव से सम्बंधी सहित 32 विभागों द्वारा स्टाल लगाकर अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित योजनाओं की जानकारी दी गई तथा पात्र व्यक्तियों को मौके पर ही लाभान्वित किया गया।
इस दौरान विभिन्न क्षेत्र में अच्छे कार्य करने वाले यथा- 6 प्रगतिशील किसानो, 28 पर्यावरण पर्यवेक्षकों, 11 शिक्षकों सहित उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों आदि को सम्मानित किया गया एवं काजल स्वयं सहायता समूह को पांच लाख का चैक, 07 महिलाओं को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट, एक को ट्राई साईकिल, दो को कृतिम पैर, दो को कैलीपर, एक को कान की मशीन आदि वितरित किये गये।
कार्यक्रम में ब्लॉक प्रमुख ममता जल्होत्रा, अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार जोशी, जय भारत सिंह, उप जिलाधिकारी मनीष बिष्ट, ओसी डॉ. अमृता शर्मा, राज्य आन्दोलनकारी हरीश पनेरू, अनिल चौहान, बलराज सिंह राज, सुनील चौहान, अवतार सिंह बिष्ट, पीसी जोशी, कांति भाकुनी, सावित्री जोशी आदि उपस्थित थे।