सितंबर माह का राशिफल, पं. गोविन्दराम की कलम से

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विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) :
सितंबर माह का राशिफल, पं. गोविन्दराम की कलम से

मेष (चू, चे, चौ, ला, ली, लू, ले, लो, अ): राहु के कारण अत्यधिक दौड़ धूप के बावजूद आय में कमी एवं खर्च अधिक होंगे। कार्य व्यवसाय में उलझनें एवं रुकावटे पैदा होगी, परिवारिक वातावरण विक्षुब्ध, दाम्पत्य जीवन में भी तनाव भरा माहौल रहेगा।
उपाय – काली चीजों का दान करें, काला कंबल दान करें, शुभ रहेगा।

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वृष (ई, उ, ए, ओ, वा, वि, वु, वे, बो): ता. 24 तक चतुर्थस्थ शुक्र पर मंगल की दृष्टि होने से माता का स्वास्थ्य ढीला। मानसिक तनाव एवं वाहनादि पर धन का खर्चा होगा। आकस्मिक खर्चो में वृद्धि एवं गुप्त शत्रु सरगर्म रहेंगे। मासान्त में शुक्र नीचस्थ होने से पारिवारिक अशान्ति बढ़ेगी।
उपाय – घर में तुलसी का पौधा लगायें, सफेद फूल का पौधा लगायें, शुभ रहेगा।

मिथुन (क, की, कु, घ, ड, छ, के, को, ह): बुध स्वराशिगत परन्तु ता. 10 से वक्री अवस्थ में रहेगा। गुरू की वक्र दृष्टि रहने से अत्यन्त कठिनाइयों के बाद ही निर्वाह योग्य आय के साधन बनेंगे। यद्यपि पराक्रम में वृद्धि, धर्म स्थान की यात्रा एवं परिवार में खुशी के अवसर भी मिलेंगे।
उपाय – हरी चीजों का दान करें, हरे रंग का पन्ना सोने की अंगूठी में धारण करेें, शुभ रहेगा।

कर्क (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो): भाग्येश गुरू की इस राशि पर दृष्टि होने से भाग्य बस कुछ सोची योजनाओं में सफलता, धर्म, कर्म के कार्यो में रूचि बढ़ेगी, परन्तु साथ ही शनि की भी शत्रु दृष्टि होने से घरेलू तथा आर्थिक क्षेत्र में संघर्षपूर्ण परिस्थितियां रहेंगी।
उपाय – नित्य 21 दिनों तक शनि के मूलमंत्र की एक माला प्रतिदिन करें, मंत्र ऊँ प्रां प्रीं प्रौ. सः शनिस्चराये नमः, शुभ रहेगा।

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे): ता. 16 तक लग्नस्थ सूर्य- शुक्र पर मंगल की दृष्टि होने से कुछ बिगड़े कार्यो में सुधार एवं आय के साधनों में वृद्धि होगी। किसी नवीन कार्य क्षेत्र में धन का निवेश करने की योजना भी बनेगी। आय के साधनों में वृद्धि के साथ-साथ खर्च अधिक होगा। परन्तु वृथा भागदौड़, क्रोध की अधिकता रहेगी।
उपाय – रविवार को लाल वस्तुआंे का दान करें, सूर्य को जल दें, शुभ रहेगा।

कन्या (टो, प (प्र), पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो): बुध लग्नस्थ होने से बिगड़े कार्यो में सुधार, धन लाभ व प्रगति के मार्ग प्रशस्त होंगे। उत्तरार्द्ध में सूर्य शुक्र का संचार भी होने से मिश्रित फल मिलेंगे। अत्यधिक परिश्रम करने पर भी मनोकूल लाभ में कुछ कमी रहेगी। निकट बंधुओं से कुछ तनाव की स्थिति रहेगी।
उपाय – शुक्रवार को सफेद चीजों का दान करें और रविवार को आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें,शुभ रहेगा।

तुला (री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते): मासारम्भ में कुछ बिगड़े काम बनेंगे, धन लाभ के अवसर मिलंेगे, मान सम्मान में वृद्धि होगी। परन्तु ता. 24 से शुक्र नीचस्थ होने से आय कम व खर्च अधिक रहेंगे। स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहेगा। शनि की ढैय्या के कारण मन अशान्त एवं असन्तुष्ट रहेगा।
उपाय – शनिवार को काली चीजों का दान करें, शनि चालिसा का पाठ करें, शुभ रहेगा।

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, पा, पी, यू): परिस्थितियों धीरे-धीरे अनुकूल होंगी, पराक्रम और पुरुषार्थ से कुछ बिगड़े कार्यो में सुधार होगा। गुरू पंचमस्थ रहने से धर्म-कर्म में अभिरूचि, संतान सम्बन्धी सुख तथा सोची योजना में कामयाबी मिलेगी।
उपाय – बृहस्पतिवार को केले का दान करें, शुभ रहेगा।

धनु (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, डा): मंगल की दृष्टि इस राशि पर तथा शनि साढ़ेसाति होने से मानसिक तनाव घरेलू उलझनें, खर्च अधिक और अत्याधिक संघर्ष के बाद भी धनलाभ कम रहेगा। उत्तरार्द्ध भाग में रुके हुए कार्यो में प्रगति एवं सुधार होगा। आय के साधन भी बनते रहेंगे।
उपाय – नवग्रहोें का पूजन करवाएं और तुलादान करवायें, शुभ रहेगा।

मकर (भे, ज, जी, जू, जे, जो, ख, खी, खू, खे, खो, ग, गी): राशि स्वामी शनि वक्री होने से नए-नए लोगों से सम्पर्क बढ़ेंगे, परन्तु अनावश्यक दौड धूप एवं आकस्मिक धन का अपव्यय अधिक होगा। परिवार में मतभेद भी रहेगा। क्रोध अधिक, स्वभाव में तेजी एवं उत्तेजना एवं स्वास्थ्य कष्ट के योग हैं।
उपाय – महामृत्युंजय मंत्र का जप करें, शुभ रहेगा।

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा): ता. 16 तक सूर्य की दृष्टि रहने से क्रोध अधिक, बनते कार्यों में विघ्न, आय से खर्च अधिक होगां घरेलू उलझनों के कारण तथा आर्थिक परेशानियों से मन चिंतित रहेगा। परन्तु शनि स्वराशिगत होने से निर्वाह योग्य आय के साधन बनते रहेंगे।।
उपाय – रविवार को नमक का परहेज करें और काँसे की थाली में भोजन करें, सूर्य को अर्ध्य दें, शुभ रहेगा।

मीन (दी, दू, थ, झ, दे, दो, चा, ची): गुरू लग्नस्थ परन्तु वक्री होने से भाई बन्धुओं से मेल जोल परन्तु सर्विस व्यापार में अनेक उतार-चढ़ाव का सामना रहेगा। शनि की दृष्टि के कारण स्वास्थ्य परेशानी उदर विकार और वृथा वाद-विवाद में परेशानी रहेगी। कोर्ट कचहरी से बचें।
उपाय – बगुलामुखी मंत्र का सवालाख जाप करवायें, शुभ रहेगा।

।। श्री ठाकुर देवाय नमः ।।
पं. गोविन्द राम
ज्योतिषाचार्य
श्री बांके बिहारी मन्दिर
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श्री बांके बिहारी मन्दिर, मौहल्ला रहमखानी, पुरानी सब्जी मण्डी, काशीपुर ;उ.सिं.नगरद्ध
मो.: 8171689447