उत्तराखंड में जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पहाड़ से मैदान तक बारिश ने मुसीबतें बढ़ा दी हैं। टिहरी में 25 लिंक रोड बंद, टिहरी झील का जलस्तर बढ़ा गया। तो वहीं देर रात एम्स के इमरजेंसी वार्ड में भी पानी घुस गया। वार्ड में सामान तैरता नजर आया। पानी देख मरीजों के तिमारदारों में अफरा तफरी मच गई। वहीं, मरीजों व तीमारदारों को दिक्कतें उठानी पड़ी।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार मूसलाधार बारिश के कारण टिहरी ऋषिकेश से सहित प्रदेश में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश के कारण शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया। तो वहीं ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग व्यासी के पास बंद है, जबकि 25 लिंक रोड बंद है। दूसरी ओर नभारी वर्षा से टिहरी झील का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। जिससे लोगों में दहशत का माहौल है।
बताया जा रहा है कि टिहरी झील का जलस्तर पिछले तीन दिन में सात मीटर से ज्यादा बढ़ गया है। बीते रविवार को टिहरी झील का जलस्तर 764 मीटर था। भारी वर्षा के बाद मंगलवार तक झील का जलस्तर 772 मीटर के पास पहुंच गया। हालांकि खतरे का लेवल 830 मीटर के बाद है।
वहीं दूसरी ओर खैरखाल में नीलकंठो मोटर मार्ग पर अचानक मलबा आने से वाहनों की आवाजाही थम गई। पीडब्ल्यूडी की मदद से पुलिस जेसीबी के जरिए मार्ग से मलबा हटाने में लगी है। वहीं, बीन नदी और घासीराम रपटे में भी उफान से चीला-बैराज मार्ग पर मंगलवार सुबह तक के लिए वाहनों को आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है। नदी और रपटे में पानी कम नहीं हुआ, तो पाबंदी को आगे भी बढ़ाया जाएगा।