हापुड़ (महानाद) : क्षेत्र के कुराना गांव में तीन दोस्तों ने मिलकर अपने दोस्त की बेरहमी से हत्या कर उसके शव के 30 टुकड़े किए और फिर जेसीबी से 15 फीट गहरा गड्ढा खोदकर उसकी लाश को उसमें दबा दिया। पुलिस ने 18 मार्च से लापता युवक की लाशबरामद कर सर्विलांस की मदद से दो आरोपियों को पकड़ कर इरफान हत्याकांड का खुलासा कर दिया।
बता दें कि हापुड़ जिले के हाफिजपुर थाना क्षेत्र के कुराना गांव निवासी इरफान अपने दोस्त रागिब के साथ बुलंदशहर रोड स्थित टोल प्लाजा पर फास्ट टैग बनाने का काम करता था। एक युवक आकिब इरफान के पास नौकरी करता था। इनका चौथा दोस्त टोल प्लाजा के पास चाय की दुकान चलाने वाला माजिद था। विगत 18 मार्च को इरफान अपने इन्हीं तीनों दोस्तों के साथ घर से निकला था और फिर लौट कर वापस नहीं आया।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी दीपक भूकर ने बताया कि 18 मार्च को चारों दोस्तों ने टोल प्लाजा के पास बैठकर शराब पी। लेकिन उसके बाद इरफान अपने घर वापस नहीं लौटा। जिस पर उसके परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। इरफान का सुराग नहीं लगने पर उसके लापता होने की तहरीर पुलिस को दी गई। जिस पर पुलिस ने गुमशुदगी का केस दर्ज कर उसके फोन को सर्विलांस पर लगाया। और संदेह होने पर पुलिस ने रागिब और माजिद को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरु की। पहले तो दोनों पुलिस को गुमराह करते रहे, लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे दोनों ने इरफान की हत्या का राज उगल दिया। उन्होंने बताया कि उनका इरफान से रुपये को लेकर विवाद था। 17 मार्च को इरफान दिल्ली से 7 लाख रुपये लेकर आया था। जिस कारण उन्होंने इरफान को मारकर उसकी लाश की 30 टकड़े किये और पॉलीथीन में भर कर जेसीबी की मदद से 15 फीट गहरा गड्ढा खोदकर उसकी लाश उसमें दबा दी।
सोमवार की शाम को पुलिस दोनों आरोपियों को लेकर मौके पर पहुंची और उनकी निशानदेही पर टोल प्लाजा के पास जेसीबी से गड्ढा खुदवाकर इरफान की लाश बरामद कर ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराकर उसका शव उसके परिजनों को सौंप दिया। वहीं तीसरे आरोपी आकिब की तलाश की जा रही है।