सुहानी अग्रवाल
देहरादून (महानाद) : विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत मंत्री गौ रक्षा विभाग यशपाल राजहंस तथा व पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजयुमो आकाश सिंह काम्बोज ने गौवंश से संबंधित अपनी विभिन्न मांगों का एक ज्ञापन मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को सौंपा। इस दौरान उन्होंने मांग की कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर उत्तराखण्ड में भी गौतस्करी में लिप्त अपराधी की सजा को 7 वर्ष से बढाकर 10 वर्ष की जाए। जिस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि जल्दी ही केबिनेट में प्रस्ताव लाकर उक्त मांग को पूरा किया जायेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को सौंपे ज्ञापन में राजहंस ने कहा कि वर्तमान समय में देखने में आ रहा है कि दूध का स्वार्थ पूर्ण होने के पश्चात गौवंश को पशुपालक द्वारा खुला छोड़ा जा रहा है। जिस कारण से सड़कों पर निराश्रित घूम रहे गौवंश एवं वाहनों से सड़कों पर दुर्घटनाएं हो रही है जिससे कि मानव क्षति व गोवंश क्षति दोनों ही हो रही है। इसके अतिरिक्त निराश्रित गोवंश किसानों की खड़ी फसल को खेतों में हानि पहुंचा रहे हैं। साथ ही आये दिन संगठन के कार्यकर्ताओं एवं पशुपालन विभाग के कर्मचारियों को भिन्न-भिन्न क्षेत्रों से सूचना प्राप्त होती है कि गौवंश कहीं कच्चे पक्के नाले एवं टैंक में गिरा है।
उन्होंने मांग की कि –
1-ऐसे गौपालक जो गौवंश को दूध का स्वार्थ पूर्ण होने के पश्चात सड़कों पर खुला छोड़ रहे हैं उन पशु पालको के विरुद्ध गौ संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत पशु क्रूरता अधिनियम में कार्यवाही का प्रावधान किया जाए।
2- उत्तराखण्ड में वर्तमान में चल रही 1962 पशु चिकित्सा सेवा वाहन की अवधि समय प्रतिदिन 8 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे की जाए।
3 जिले में गठित गौ संरक्षण समिति में प्रत्येक वार्ड सदस्य व ग्राम प्रधान को भी सदस्य के रूप में जोड़ा जाए जिससे कि गौ संरक्षण समिति की बैठक/कार्यक्रम में प्रतिभाग कर गौवंश संरक्षण एवं संवर्धन के विषय को गंभीरता पूर्वक समझ सके ।
4- उत्तराखण्ड में संचालित सरकारी एवं गैर सरकारी गौशालाओं का प्रतिमाह निरीक्षण कर गौवंश की संख्या उनकी स्थिति को पशुपालन विभाग में ऑनलाइन पोर्टल पर दर्शाने की व्यवस्था की जाए।
5- उत्तर प्रदेश की तर्ज पर उत्तराखण्ड में भी गौतस्करी में लिप्त अपराधी की सजा को 7 वर्ष से बढाकर 10 वर्ष की जाए।
6- पुलिस द्वारा गौ तस्करों से पकड़े गया जीवित गौ वंश पशु चिकित्सक के माध्यम से टैगिंग के पश्चात गौशाला भेजा जाए।
इस दौरान विक्की राजहंस भी मौजूद थे।