हरिद्वार (महानाद) : पुलिस ने बहुचर्चित डॉक्टर गोपाल गुप्ता हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा करते हुए तीन बदमाशों को मुठभेढ़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। इनमें से दो बदमाशों के पैर में गोली लगी है जबकि तीसरे बदमाश को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया कि विगत 31 जनवरी को रानीपुर झाल के निकट, नहर पटरी किनारे डॉ. गोपाल गुप्ता की गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। मृतक डॉ. के पिता राजकुमार गुप्ता की तहरीर के आधार पर बहादराबाद थाने में मुकदमा दर्ज कर उनके द्वारा पुलिस की टीमों का गठन किया और लगातार इस केस पर निगरानी बनाए रखी।
11 फरवरी की देर रात्रि को एक मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी कि हत्या में शामिल तीन बदमाश बाइक से कलियर की ओर से कोर कॉलेज की तरफ आ रहे हैं। जिस पर पुलिस ने घेराबंदी कर वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी। थोड़ी ही देर बाद एक संदिग्ध बाइक पर तीन लोग आते दिखाई दिये, पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया तो उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी और खेतों की ओर भाग गये। जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाई जिसमें दो बदमाश मुदस्सिर और हनीफ उर्फ समीर घायल हो गए, जबकि तीसरे आरोपी अशरफ को मौके पर ही दबोच लिया गया।
पूछताछ करने पर तीनों ने बताया कि वे शराब के ठेकों के पास शिकार की तलाश में रहते थे और नशे में धुत या अकेले व्यक्ति को अपनी बातों में फंसाकर सुनसान इलाके में ले जाकर उसे लूट लेते थे। घटना के दिन उन्होंने डॉ. गोपाल गुप्ता को शराब के ठेके के पास देखा और उनकी बुलेट मोटर साइकिल व महंगी घड़ी देखकर दोस्ती बढ़ाई और शराब पिलाने और तेल भरवाने के बहाने उन्हें ई-रिक्शे में बैठाकर बहादराबाद नहर पटरी की ओर ले गए। वहां पर उन्होंने डॉक्टर की घड़ी, पर्स और रुपये (7500 रुपपये) छीनने की कोशिश की। जब डॉक्टर ने इसका विरोध किया मफलर से गला घोंटकर डॉक्टर की हत्या कर उसके शव को नहर किनारे फेंककर उनकी बुलेट मोटर साइकिल लेकर फरार हो गए।
एसएसपी डोबाल ने बताया कि वारदात में इस्तेमाल वाहन, मृतक की घड़ी और लूटे गए सामान को बरामद कर लिया गया है। जांच में पता चला है कि घायल बदमाश मुदस्सिर पहले भी लूट के मामले में देवबंद जेल जा चुका है।
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बहादराबाद पुलिस और सीआईयू टीम की सराहना करते हुए 5000 रुपये तथा आईजी गढ़वाल रेंज ने 15,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।