विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : लोक निर्माण विभाग का एक नायाब कारनामा सामने आया है। जहां एनएच पर किसी टूट फूट को ठीक करने व किसी प्रकार का निर्माण करने की जिम्मेदारी लोनिवि की होती है। वहां उसने तो अपने कर्तव्य से मुंह मोड़ा ही, वहीं जब किसी ने लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए आगे बढ़कर किसी कार्य को अपने खर्चे से ठीक करवाने का जिम्मा उठाया तो उसे ही नोटिस भेजकर उस निर्माण को तोड़ने के ही निर्देश दे डाले।
बता दें कि लोक निर्माण विभाग ने आम आदमी पार्टी के नेता दीपक बाली द्वारा महाराणा प्रताप चैक पर टूटे पड़े नाले के निर्माण को अतिक्रमण बताते हुए दीपक बाली को नोटिस भेजकर उनके द्वारा किये गये नाले निर्माण को तोड़ने को कहा है। यदि उन्होंने इसे नहीं तोड़ा तो लोनिवि इसे खुद तोड़ देगा।
आप के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक बाली ने प्रेस वार्ता कर बताया कि राष्ट्रीय मार्ग खण्ड, लोक निर्माण विभाग हल्द्वानी के सहायक अभियन्ता ने उन्हें नोटिस भेजकर उनके द्वारा जनहित में एमपी चौक पर करवाये गये नाले निर्माण को अवैध अतिक्रमण बताते हुए तोड़ने के निर्देश दिये हैं। साथ ही कहा है कि यदि उक्त निर्माण को उनके द्वारा नहीं तोड़ा गया तो लोनिवि इसे खुद तोड़ देगा। लोनिवि के अनुसार इस नाले के निर्माण के कारण एमपी चैक पर बन रहे रेल ओवर ब्रिज के निर्माण में बाधा उत्पन्न हो रही है।
आप नेता दीपक बाली ने लोनिवि द्वारा मिले नोटिस का जबाव देकर कहा है कि पिछले काफी समय से एमपी चैक पर रेल ओवर ब्रिज का निर्माण बेहद सुस्त गति से किया जा रहा है। वहीं रेल ओवर ब्रिज बनाने वाली कंपनी को उसके दोनों ओर लोगों के चलने के लिए साइड रोड बनानी थी उनके द्वारा इस बात को सभी के संज्ञान में लाया गया लेकिन कंपनी द्वारा आज तक साइड रोड नहीं बनवाई गई है।
वहीं, एमपी चौक पर देवीदास चाय वाले की दुकान के सामने से एक नाला निकल रहा है जो रेल ओवर ब्रिज निर्माण के कारण क्षतिग्रस्त हो चुका था और साइड रोड न बनने के कारण आये दिन लोग उसमें गिरकर घायल हो रहे थे। जीजीआईसी में पढ़ने वाली एक छात्रा उस नाले में गिर चुकी थी। आने-जाने वालों व आसपास के दुकानदारों को बेहद कठनाई का सामना करना पड़ रहा था। इस संबंध में शहर के निवासियों/व्यापारियों द्वारा इस ओर अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करवाया लेकिन किसी के भी द्वारा उक्त नाले का निर्माण नहीं करवाया गया।
इस परेशानी और अधिकारियों की उदासीनता को देखते हुए दीपक बाली जो एक समाजसेवी एवं राज्य आंदोलनकारी हैं, ने उकत नाले के निर्माण का जिम्मा उठाया और अपने खर्चे पर उक्त नाले का निर्माण करवाया।
दीपक बाली ने कहा कि न तो एमपी चैक पर उनका आवास है और न ही दुकान। लोनिवि को तो अतिक्रमण की परिभाषा ही नहीं पता है। उन्होंने कहा कि वे उनके द्वारा जनहित में करवाये गये नाले निर्माण को कतई भी नहीं तुड़वायंेगे और यदि विभाग उसे तोड़ने को आया तो वे वहीं खड़े होंगे। और जनता फैसला करेगी कि उन्होंने यह काम कर जनता का भला किया है या ‘अतिक्रमण’।
प्रेस वार्ता के दौरान मयंक शर्मा एवं मनोज कौशिक मौजूद थे।