मणीवन्नन.पी.
कोलकोता (महानाद) : भारत के पूर्व कप्तान तथा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को बार-बार एक गंभीर बीमारी परेशान कर रही है। डाॅक्टरों के मुताबिक गांगुली ‘ट्रिपल वेसल डिजीज’ (Triple Vessel Disease) से ग्रसित हैं। आइये बताते हैं कि ये बीमारी इंसान के लिए कितनी खतरनाक हो सकती है।
बता दं कि 26 जनवरी 2021 की रात सौरव गांगुली को सीने में दर्द की शिकायत के बाद अगले दिन सुबह तबीयत बिगड़ने के बाद कोलकाता के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनकी एंजियोप्लास्टी की गई और उनके हृदय की धमनियों में रुकावट दूर करने के लिए 2 और स्टेंट लगाए गए। अब उनकी हालत स्थिर है।
सौरव गांगुली को 2 जनवरी के दिन कार्डियक अरेस्ट हुआ था, उस वक्त वो जिम की ट्रेडमिल पर दौड़ रहे थे। इसके बाद उन्हें कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 7 जनवरी को वो इस अस्पताल से डिस्चार्ड कर दिए गए थे।
भारत के मशहूर हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. देवी शेट्टी की निगरानी में सौरव गांगुली की एंजियोप्लास्टी की गई। देवी शेट्टी मेडिकल साइंस की दुनियां में एक जाना पहचाना नाम है। इस कार्डियक सर्जन को साल 2012 में पद्म भूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
एंजियोप्लास्टी क्या है?
एंजियोप्लास्टी दिल की सर्जरी है, जिसे बैलून एंजियोप्लास्टी और परक्यूटेनियस ट्रांसल्यूमिनाल एंजियोप्लास्टी के नाम से भी जाना जाता है। इसमें धमनियों के जरिए से खून के सप्लाई को ठीक किया जाता है।
क्यों होता है हार्ट अटैक?
इंसानी शरीर में हृदय एक बेहद अहम अंग है, इसी के जरिए पूरे शरीर में खून की सप्लाई होती है। हृदय में खून की वापसी धमनियों के जरिए होती है। कई बार खून में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से यहां फैट जमने लगता है और आर्टरीज में रुकावट पैदा होती है। इसे ‘कोरोनरी आर्टरी डिजीज’ कहा जाता है। इसकी वजह से हार्ट अटैक आता है।
ट्रिपल वेसेल डिजीज क्या है?
मेडिकल एक्पर्ट्स के मुताबिक ये ‘कोरोनरी आर्टरी डिजीज’ का बड़ा ही खतरनाक रूप है। हृदय में खून को पहुंचाने का काम 3 बड़ी धमनियां करती हैं, और जब ये तीनों धमनियां ब्लाॅक हो जाती हैं तो इसे ‘ट्रिपल वेसेल डिजीज’ कहते हैं। इसकी वजह से सीने में दर्द, सांस लेने में दिक्कत होती है, जिसका नतीजा होता है हार्ट अटैक।