बच्चों के अपहरण की सूचना पर हरकत में आई पुलिस और फिर …

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रिम्पी बिष्ट
गोरापड़ाव (महानाद) : गोरापड़ाव रेलवे फाटक के पास दिन दहाड़े दो बच्चों के अपहरण की खबर से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। तुरंत हरकत में आई पुलिस ने जब वाहन को पकड़ा तो कहानी कुछ और ही निकली।

बता दें कि आज दोपहर लगभग 1ः45 बजे गोरापड़ाव रेलवे फाटक के पास स्थित आटा चक्की के पास चार-पांच बच्चे खेल रहे थे। इसी बीच वहां एक छोटा हाथी आकर रुका और उसके चालक ने दो बच्चों को डांटते हुए अपने साथ छोटे हाथी बैठा लिया। इसके बाद छोटा हाथी हल्द्वानी की ओर रवाना हो गया। अपने साथियों को इस तरह अचानक छोटे हाथी में बैठा कर ले जाते देखकर बाकी बच्चे घबरा गए और उन्होंने यह बात आसपास के दुकानदारों को बताई। जिस पर दुकानदारों ने मान लिया कि दो बच्चों का अपहरण कर लिया गया है। आनन फानन में हाथीखाल के लोगों द्वारा बनाए गए व्हाट्सअप ग्रुप में यह खबर इस आग्रह के साथ शेयर कर दी गई कि एक छोटा हाथी में दो बच्चों को अपहरण हुआ है। इस छोटे हाथी को देखते ही रुकवाया जाए और बच्चों को बचाया जाए।

एक दुकानदार ने अपनी दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की तो उसमें एक छोटा हाथी वाहन दिखाई भी पड़ रहा था। जिसमें साईड में बैठा एक बच्चा भी दिख रहा था। इस फुटेज की स्क्रीन शॉट भी सोशल मीडिया पर शेयर की जाने लगी। और कुछ तेजतर्रार लोगों ने छोटे हाथी का नंबर भी खेाज निकाला। वहीं कुछ लोगों ने घटना की जानकारी हाथीखाल की ग्राम प्रधान नीता भट्ट को दी। उनके परिवार के सदस्य भी बच्चों के अपहरण की जानकारी लेने के लिए मौके पर पहुंचे।

इसके बाद मामले की सूचना मंडी पुलिस को दी गई। सूचना से तत्काल सिटी कंट्रोल रूम को अवगत कराया गया तथा उच्च अधिकारियों को भी सूचना दी गई। उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार तत्काल हाथी खाल रोड पर स्थित सीसीटीवी कैमरे को चेक किया जिसमें एक छोटा हाथी 2 बच्चों को ले जाता हुआ दिखाई दिया उक्त गाड़ी का नंबर ट्रेस किया तो नंबर यूपी 26टी- 5491 पाया गया जो प्रिंस नाम के व्यक्ति निवासी पीलीभीत के नाम पंजीकृत था। तत्काल पीलीभीत पुलिस से संपर्क कर उक्त गाड़ी मालिक का नाम पता तस्दीक कर दूरभाष में बात की गई तो गाड़ी मालिक द्वारा बताया गया कि मेरा उक्त वाहन इमेजिन कंपनी हल्द्वानी में चलता है,जिसे संजय सिंह निवासी हाथीखाल कांट्रेक्ट पर चलाता है। गाड़ी मालिक से संजय सिंह का मोबाइल नंबर लेकर पूछताछ की गई तो संजय द्वारा बताया गया कि उक्त गाड़ी में ही चला रहा था तथा अपने पिताजी के साथ आधार कार्ड बनाने गया था रास्ते में स्कूल से बच्चों को भी बैठा लिया जब घर को आने लगे तो रेलवे क्रॉसिंग के पास पिताजी से किसी बात को लेकर लड़ाई हो गई। चलती गाड़ी में शोर सुनकर ही आसपास लोगों द्वारा उक्त संबंध में सूचना दी गई होगी। दोनों बच्चे संजय के भतीजे हैं जो सकुशल घर पर मौजूद हैं पुलिस द्वारा दोनों बच्चों को तस्दीक किया तो दोनों बच्चे घर पर मिले। दोनों बच्चों को सकुशल घर पर देखकर पुलिस द्वारा राहत की सांस ली। पुलिस द्वारा बच्चों की बरामदगी हेतु तत्काल की गई कार्यवाही की ग्राम वासियों द्वारा प्रशंसा आभार प्रकट किया गया।

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