जानकारी के अनुसार यह भारत का सबसे बड़ा बम है। इसकी लंबाई 1.9 मीटर और वजन 500 किलोग्राम है। इस बम को जगुआर और सुखोई SU-30 MKI से गिराया जा सकता है। इस बम का निर्माण जबलपुर की आयुध निर्माणी फैक्ट्री के एफ-6 सेक्शन में किया गया है। इस GP बम के एक धमाके से पूरे एयरपोर्ट को उड़ाया जा सकता है । इसके इस्तेमाल से रेलवे ट्रैक और बड़े पुलों को भी तोड़ा जा सकता है। इस बम में ऐसी तकनीक है कि यह बंकरों में भी विस्फोट कर सकता है।
बताया जा रहा है कि DGAQA के कमांडिंग ऑफिसर और आयुध निर्माणी के अधिकारियों की मौजूदगी में एयरफोर्स की टीम इन 48 बमों को लेकर डिपो के लिए रवाना हो गई है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) इस बम को कई हिस्सों में विकसित किया है। हर बम में 15-15 मिमी के 10,300 स्टील के गोले लगे हैं। विस्फोट के बाद, प्रत्येक शेल 50 मीटर तक लक्ष्यभेदन करेगा। खास बात यह है कि स्टील के गोले 12 मिमी की स्टील प्लेट में भी घुस सकते हैं।