नई दिल्ली (महानाद) : यशवंत सिन्हा को विपक्ष का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित होने के बाद एनडीए ने भी अपने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा कर दी है।
झाारखंड की पूर्च राज्यपाल आदिवासी महिला द्रोपदी मुर्मू एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार होंगी । भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज इसकी घोषणा की।
जेपी नड्डा ने बताया कि पहली बार किसी महिला आदिवासी उम्मीदवार को वरीयता दी गई है। हम आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए द्रौपदी मुर्मू को एनडीए के उम्मीदवार के रूप में घोषित करते हैं। द्रौपदी मुर्मू ने शिक्षक के रूप में काम किया है। वह पार्षद और फिर विधायक बनीं। सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तरह द्रौपदी मुर्मू लंबे समय से शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी हैं और लंबे समय तक विधायक और मंत्री रही हैं। उन्होंने ओडिशा सरकार के परिवहन और वाणिज्य विभागों को संभाला है और 2007 में विधायक के लिए नीलकंठ पुरस्कार जीता है।
नड्डा ने कहा कि भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में प्रधानमंत्री और अन्य सदस्यों ने हिस्सा लिया। 15 जून को राष्ट्रपति चुनाव की अधिसूचना अधिसूचित की गई। हम राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए आम सहमति बनाने के लिए विभिन्न दलों से बात कर रहे थे। राजनाथ सिंह और मैंने कई पार्टियों से बात की। लेकिन आम सहमति नहीं बन पाई। यूपीए ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। इसलिए हमने अपने एनडीए सहयोगियों से बात की है और 20 नामों पर चर्चा की गई है। देश के पूर्वी हिस्से से उम्मीदवार पर आम सहमति थी और वह महिला हो और आदिवासी पहले कभी उम्मीदवार नहीं रहा हो।
द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओड़िशा के मयूरभंज में हुआ। वह 18 मई 2015 से 12 जुलाई 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रहीं। द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला राज्यपाल रहीं।