चमोली: चमोली जिले के चारा पत्ती विवाद में सीएम धामी एक्शन में आ गए है। हेलंग में पुलिस व सीआईएसएफ महिला जवानों की ओर से एक महिला से चारापत्ती छीनने के बाद उपजे विवाद के मामले में सीएम धामी ने कमिश्नर गढ़वाल को जांच के आदेश दिए हैं। मामला ने राजनीति रूप मे ले लिया है। कांग्रेस जहां सरकार को आड़े हाथ ले कर प्रदर्शन कर रही है। वहीं सीएम धामी ने मामले की जांच के आदेश दिए है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार चमोली जिले के हेलंग घाटी में ग्रामीण महिलाओं से घास के गठ्ठर छीनने व महिलाओं को थाने ले जाकर छह घंटे तक बैठाकर उनका चालान काटने के मामले तूल पकड़ चुका है।सीएम ने अब मामले में एक्शन लेते हुए कमिश्वर गढ़वाल को जांच के आदेश दिए है। इसकी जानकारी सीएम ने ट्वीट कर दी है। सीएम ने ट्वीट कर कहा है कि जनपद चमोली के जोशीमठ क्षेत्र में ग्रामीण महिलाओं द्वारा वन से चारापत्ती लाने को लेकर हुए विवाद से संबंधित घटना का संज्ञान लेते हुए कमिश्नर गढ़वाल को त्वरित रूप से जांच के आदेश दे दिए हैं।
बताया जा रहा है कि स्थानीय महिलाओं को जंगल से चारा पत्ती लाते समय वन विभाग ने रोक लिया था और मुकदमा भी दर्ज करा दिया था। मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जल, जंगल, जमीन हक हकूक के दावों व हरेला पर्व के जबरदस्त प्रचार प्रसार के बीच चमोली जिले से वायरल इस वीडियो ने सिस्टम की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए।
हेलंग घाटी से घास का गट्ठर लेकर आ रही दो महिलाओं से पहले पुलिसकर्मियों की नोकझोंक होती रही इसके बाद इन्हे थाने लाकर छह घंटे बैठाकर 250 रुपये का चालान भी थमा दिया गया। इस वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए अलग अलग सामाजिक संगठनों के विरोध के बाद सवाल भी उठने लगे है कि जंगल वनों में रहने वाले लोगों का क्या पशुओं के लिये घास ले जाने पर भी अधिकार नहीं रहा है। जिस पर विपक्ष ने सरकार को घेरते हुए प्रदर्शन भी किया।