सलीम अहमद रामनगर (महानाद) : पुलिस ने 2 अगस्त को गायब हुए सुहैल सिद्दिकी की हत्या का खुलासा करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी जगदीश चंद्र ने बताया कि 3.08.2022 को जुबैर सिद्दिकी ने थाने में तहरीर देकर अपने भाई सुहैल सिद्दिकी के दिनांक 02.08.2022 की रात्रि 9.00 बजे स्टेशनरी की दुकान बन्द करने के पश्चात वापस घर न आने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उक्त तहरीर के आधार पर कोतवाली रामनगर में मुकदमा एफआईआऱ सं. 310/2022 धारा 365 आईपीसी पंजीकृत कर मामले की जांच एसआई विजयपाल सिंह के सुपुर्द की गयी ।
उपरोक्त घटित घटना के अनावरण हेतु एसएसपी नैनीताल पंकज भट्ट द्वारा अधीनस्थ पुलिस अधिकारीगणों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। एसपी क्राइम/ट्रेफिक, डॉ. जगदीश चंद्र, एसपी सिटी हल्द्वानी हरबन्श सिंह, सीओ रामनगर बलजीत सिंह भाकुनी के पर्यवेक्षण में कोतवाल रामनगर अरुण कुमार सैनी के नेतृत्व में एसएसआई प्रेमराम विश्वकर्मा, एसआई नीरज चौहान, विजयपाल सिंह के नेतृत्व में पुलिस की 3 टीमों का गठन कर गुमशुदा की तलाश प्रारम्भ की गयी।
चोरपानी में गुमशुदा सुहैल की स्टेशनरी की दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों से एक आल्टो कार द्वारा गुमशुदा की मोटर साइकिल नं. यूके 04 एल 4832 में टक्कर मारना तथा गुमशुदा सुहैल सिद्दिकी को आल्टो कार में डालने का प्रयास करने की जानकारी प्राप्त हुयी। जांच के दौरान पता चला कि सुहैल सिद्दिकी का उसकी दुकान के पास ही रहने वाले हरीश राम की लड़की के साथ कई वर्ष पूर्व प्रेम प्रसंग चला था जिसमें लड़की ने आत्महत्या कर ली थी। इस कारण हरीश राम का परिवार सुहैल से रंजिश रखता था।
शक के आधार पर हरीश राम के लड़के भरत आर्या को पूछताछ हेतु थाने लाया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने बताया कि मेरे पिताजी की चोरपानी में कमल जनरल स्टोर के पीछे लोहार की दुकान है। हमारे पिताजी की दुकान के बगल में ही पिछले 10 सालों से सुहैल सिद्दीकी पुत्र नासिर सिद्दिकी निवासी नन्दा लाईन, रामनगर की स्टेशनरी की दुकान है। नौकरी में लगने से पहले मैं सुहैल सिद्दीकी की दुकान में कभी कभार बैठ जाता था और उनके छोटे मोटे काम कर दिया करता था। सुहैल सिद्दीकी मुझे उस समय बहुत पसन्द करता था। मेरी वजह से मेरे घर में भी उसकी अच्छी बोलचाल थी। मेरे दोस्ताने की वजह से मेरी छोटी बहन सुहैल की दुकान में उसके कुत्तों के लिए रोटी आदि बना दिया करती थी और कभी कभार झाडू पोंछा कर दिया करती थी।
भरत ने बताया कि सुहैल सिद्दिकी ने इस बात का फायदा उठाकर मेरी नाबालिग बहन को अपने प्यार के जाल में फंसाकर उसे अपने विश्वास में ले लिया और आये दिन उसके साथ गलत काम करने लगा। उस समय हम लोग बहुत गरीब थे, इसलिए मैंने सुहैल सिद्दीकी से इस बारे में कोई बात नहीं की। मेरी बहन को सुहैल सिद्दीकी ने इस कदर अपने प्यार के जाल में फांस लिया था कि मेरी बहन सुहैल सिद्दिकी को नहीं भूल पा रही थी। उन्ही दिनों सुहैल सिद्दिकी के अन्य प्रेम प्रसंग के बारे में जब मेरी बहन को पता चला तो उसने सुहैल सिद्दिकी से अपने प्यार का वास्ता देकर और अपने साथ किये गलत काम का वास्ता देकर शादी करने को कहा तो सुहैल सिद्दिकी ने साफ साफ शब्दों में इन्कार कर दिया। इसी दुःख में मेरी बहन ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। सुहैल सिद्दिकी जब भी मेरे सामने आता था तो अक्सर घुमा फिराकर मुझे मेरी बहन को लेकर टोन्टबाजी करता था। तब मेरा खून खौल जाता था। परन्तु उस समय घर की आर्थिक स्थिति अत्यधिक खराब थी और उन दिनों मेरी नौकरी लगी थी तथा मैं ट्रेनिंग पीरीयड में था। इस कारण मैं सुहैल को कुछ नहीं कह पाता था। परन्तु मैंने मन ही मन उसे एक न एक दिन जान से मारने की ठान ली थी।
भरत ने बताया कि इस बार 14 जुलाई 2022 को मैं एक महीने की छुट्टी पर अपने घर आया था। जिस दिन मैं छुट्टी पर आया उसके 3-4 दिन बाद मैं अपने पिताजी की दुकान पर गया तो सुहैल सिद्दिकी ने मुझे उपहास भरी नजर देखकर मुझ पर कमेन्ट किया तो मेरे तन बदन में आग लग गयी तथा मुझे अपनी बहन की याद आ गयी। मैंने उस दिन मन में ठान लिया कि इस बार मैं सुहैल को मौत के घाट उतारकर ही दम लूंगा । इसलिए मैने अपने करीबी दोस्त दिनेश टम्टा पुत्र भोपाल राम निवासी नारायणपुर मूल्या, रामनगर से सम्पर्क कर उसे अपने पास बुलाया और सुहैल को रास्ते से हटाने की पूरी योजना बनायी। दिनेश भी तैयार हो गया। हमने दिनांक 02.08.2022 को सुहैल को खत्म करने की योजना बनाई।
योजना के तहत रात को करीब 8.30 बजे हम दोनों अपनी आल्टो कार से सुहैल की दुकान से कोटद्वार रोड की तरफ करीब 200 मीटर मोड़ पर नहर के किनारे पहुंचे। आल्टो कार वहीं पर खड़ी कर हम दोनों सुहैल के आने का इन्तजार करने लगे। मैंने सुहैल की रैकी करने के लिए दिनेश को उसकी दुकान के आस पास भेजा। कुछ समय बाद दिनेश रैकी कर वापस आया तथा कहा कि तैयार हो जाओ सुहैल आ रहा है। हम दोनों आल्टो स्टार्ट कर सुहैल के आने का इन्तजार करने लगे। कुछ समय बाद सुहैल अपनी मोटर साइकिल प्लेटिना से जैसे ही हमारे पास पहुंचा तो हमने सुहैल की मोटर साइकिल पर टक्कर मार दी जिससे सुहैल नहर पटरी पर गिर गया, उसके सिर पर चोट आ गयी। सुहैल खड़े होने का प्रयास करने लगा तो हमने गाड़ी में रखे लोहे के रॉडों से उसके सिर पर तेज प्रहार किये जिससे मौके पर ही सुहैल की मौत हो गयी। फिर हम दोनों ने उसकी लाश को अपनी आल्टो कार में रख कर ले गया और सुहैल की मोटर साइकिल दिनेश चलाकर ले गया। घटना में प्रयुक्त रॉड मैंने रास्ते में फेंक दी और सुहैल का मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पर्स नहर के तेज बहाव में फेंक दिये।
भरत ने बताया कि हम दोनों सुहैल की लाश को लेकर कानिया चौराहे से मालधन चौड़ होते हुए काशीपुर के रास्ते मुरादाबाद, कांठ रोड में छजलेट थाना क्षेत्र में सड़क के किनारे पहुंचे वहाँ पर हमने सुहैल की बाइक चाबी सहित सड़क के किनारे झाडियो में फेंक दी और आल्टो में बैठकर सुहैल की लाश को बाइक रखने की जगह से करीब 500 मीटर आगे जाकर मेन रोड से बांयी तरफ जाने वाले रास्ते में करीब 200 मीटर अन्दर जाने के बाद गन्ने के खेत में फेंक दिया और लाश की पहचान छुपाने के लिए अपने पास प्लास्टिक की बोतल में रखे पैट्रोल को लाश के चेहरे पर छिड़ककर आग लगा दी और उसके बाद हम दोनो वापस रामनगर आ गये।
अभियुक्त भरत आर्या की निशानदेही पर मृतक सुहैल सिद्दिकी की हत्या किये जाने में प्रयुक्त आल्टो कार, आला ए कत्ल रामनगर क्षेत्रान्तर्गत से तथा मृतक सुहैल की मोटर साइकिल प्लेटिना व मृतक सुहैल का शव जनपद मुरादाबाद के थाना छजलैट क्षेत्र से बरामद कर अभियुक्त को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।
पुलिस टीम में कोतवाल अरुण कुमार सैनी, एसएसआई प्रेम विश्वकर्मा, एसआई नीरज चौहान, विजयपाल सिंह, एचसीपी नन्दन सिंह नेगी, कां. हेमन्त सिंह, संजय सिंह, गगन भण्डारी, भूपेन्द्र सिंह, राजेश कुमार, जयवीर सिंह, दीवान सिंह तथा अनिल गिरी शामिल थे।