देहरादून (महानाद) : उत्तराखंड में चम्पावत स्कूल हादसे के बाद प्रशासन जाग गया है। बुधवार को जनपद के पाटी ब्लॉक के राजकीय विद्यालय के शौचालय की छत गिरने के कारण एक बच्चे की मौत के बाद जहां शिक्षा मंत्री ने दुःख व्यक्त किया है। वहीं उन्होंने विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी कर जर्जर हो चुके विद्यालयी भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई निर्देश दिए है। जिस पर शिक्षा महानिदेशक ने ऐसे भवनों के ध्वस्तीकरण के आदेश जारी कर दिए है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार चम्पावत जिले की पाटी ब्लॉक स्थित प्राथमिक विद्यालय मौनकांडा में शौचालय की छत गिरने से एक छात्र की दुःखद मृत्यु हो गई थी। जिसकी सूचना मिलते ही विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ- धन सिंह रावत ने शिक्षा सचिव रविनाथ रमन को भविष्य में इस तरह की घटना रोकने के लिये प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिये। तो वहीं विभागीय मंत्री के निर्देश के बाद अधिकारियों ने मामले का त्वरित संज्ञान लेते हुये समस्त मुख्य शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेज कर जीर्ण-शीर्ण भवनों के ध्वस्तीकरण के निर्देश जारी कर दिये।
बताया जा रहा है कि महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी द्वारा जारी आदेश में लिखा है कि जीर्ण शीर्ण भवन जो कि निष्प्रयोज्य हो चुके हैं] को चिन्हित किया जाये तथा यह सुनिश्चित कर लिया जाये कि छात्र – छात्रा किसी भी दशा में उक्त भवनों के आस – पास नहीं जायें । उक्त भवन का आपदा प्रबन्धन एक्ट के तहत तत्काल ध्वस्तीकरण कर लिया जाये, जिससे किसी भी प्रकार के दुर्घटना की स्थिति न रहे शौचालय आदि भवनों का भी भली – भांति निरीक्षण कर लिया जाये।
आदेश में लिखा है कि यदि भवन मरम्मत के योग्य है तो जिला पंचायती राज अधिकारी के सम्पर्क करते इस हेतु पंचायती राज विभाग के माध्यम से आवंटित धनराशि के सापेक्ष तत्काल मरम्मत करवा ली जाये। छात्र छात्राओं को केवल सुरक्षित भवनों में ही बिठाया जाये तथा यह सुनिश्चित कर लिया जाये कि किसी भी दशा में छात्र – छात्रायें जीर्ण – शीर्ण विद्यालय भवनों में अथवा उनके नजदीक नहीं बैठें । उन्होंने पत्र में छात्र-छात्राओं को सुरक्षित भवनों में बिठाने और विद्यालय परिसर में स्थित पेड़, बिजली की तार व ट्रांसफार्मर से छात्रों को दूर रखे जाने के निर्देश भी जारी किये हैं।