खुलासा : महज 100 रुपये के लिए कर दी गई मालधन के अर्जुन की हत्या, पुलिस ने किया मुल्ला को गिरफ्तार

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सलीम अहमद
रामनगर (महानाद): पुलिस ने परसों हुई मालधन निवासी अर्जुन की हत्या का खुलासा करते हुए हत्यारोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

बता दें कि दिनांक 19.11.22 को किशन राम की तहरीर पर अर्जुन हत्याकांड की विवेचना प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार सैनी द्वारा स्वयं की गयी। हत्यारोपी की तलाश हेतु अलग-अलग टीमें गठित कर पतारसी सुरागरसी व सीसीटीवी अवलोकन हेतु रवाना की गयी। पतारसी सुरागरसी के दौरान पुलिस टीम को सीसीटीवी का अवलोकन करते समय मालधन नं. 4 के पैट्रोल पम्प के सीसीटीवी में मृतक के शव बरामदगी से पहले दिनांक 18.11.2022 की सांय करीब 16.30 बजे मृतक उन्हीं कपड़ो में साइकिल से जाते हुए दिखायी दिया, जिसके साथ एक अन्य व्यक्ति भी उसके साथ दूसरी साइकिल से उसके साथ जाता हुआ दिखायी दे रहा था। उक्त सीसीटीवी फुटेज में मृतक के साथ दिखायी दे रहे उक्त व्यक्ति की शिनाख्त व तलाश के प्रयास किये गये तो उक्त फुटेज के आधार पर मृतक के साथ जा रहे व्यक्ति की शिनाख्त अमन उर्फ मुल्ला पुत्र लक्ष्मण राम निवासी मालधन नं. 3 रामनगर जिला नैनीताल के रुप में हुयी।

इस सूचना से सभी टीमों को अवगत कराकर उक्त व्यक्ति अमन उर्फ मुल्ला की तलाश में मामूर किया गया तो उक्त व्यक्ति अमन उर्फ मुल्ला के मालधन, ढेला पुल पर काशीपुर की तरफ जाने की तैयारी में खड़े होने की सूचना प्राप्त हुयी। उक्त सूचना पर उक्त व्यक्ति अमन उर्फ मुल्ला पुत्र लक्ष्मण राम निवासी मालधन चौड़ नं. 3 रामनगर उम्र 26 वर्ष को ढेला पुल पर दबिश देकर दिनांक 20.11.2022 को तत्काल पकड़ लिया गया।

पूछताछ के दौरान अभियुक्त अमन उर्फ मुल्ला ने बताया कि साहब मैं टैन्ट हाऊस की दुकानों पर दिहाड़ी मजदूरी का काम करता हूं। मृतक अर्जुन कुमार मेरे ननिहाल की तरफ से रिश्ते का नाना लगता था तथा वह भी टैन्ट हाउस में काम करता था, इसलिए मेरी उससे जान पहचान थी। दिनांक 18.11.2022 को शाम के 4.30 बजे मैं अपने घर से डैम की तरफ साइकिल से जा रहा था तो गांधीनगर फील्ड के पास मोहनलाल बूचड़ की दुकान पर मुझे अर्जुन कुमार खड़ा दिखायी दिया, वह बूचड़ की दुकान से मीट खरीद रहा था।

मुल्ला ने बताया कि मैं उसके पास गया तो उसके पास कच्ची शराब भी थी। मैंने उससे पूछा कि क्या मुझे भी शराब पिलायेगा तो उसने हां कहा। फिर बूचड़ की दुकान से 20 रुपये का सूअर का मीट (पेड़ा ) खरीदा तथा वहीं गोविन्दी देवी की दुकान से गिलास खरीदे फिर चार नम्बर को जाने वाली सड़क पर गये। वहां 02 नम्बर को जाने वाले चौराहे पर पहुंचकर पुलिया के पास खेत में बैठकर हम दोनों ने शराब पी। शराब पीने के बाद हम दोनों अपनी अपनी साइकिलों से पैट्रोल पम्प के सामने से होते हुए अर्जुन कुमार के टैन्ट मालिक की दुकान पर पहुंचे और मकान मालिक पुष्कर के घर पर अर्जुन ने अपनी साइकिल खड़ी कर दी। फिर हम दोनों मेरी साइकिल से ढेला पुल से होते हुए रामनगर रोड से होते हुए पीर बाबा की मजार के पास से कच्चे रास्ते पर गये तथा नदी पार कर नदी किनारे से होते हुए हरीश लाला के पोपलर के खेत में पहुंचे।

अमन ने बताया कि हम लोग वापिस देवीपुरा को जा रहे थे। पोपलर के खेत में कुछ देर बैठ गये। वहां मैंने अर्जुन कुमार से 10-12 दिन पहले उसे उधार दिये गये अपने 100 रुपये वापिस मांगे तो पैसे देने के बजाय अर्जुन मुझे गन्दी-गन्दी गालियां देने लगा तो मैने उसे दो थप्पड़ मार दिये, जिससे वो जमीन पर गिर गया और मुझे फिर जोर-जोर से गालियां देने लगा तो मुझे भी गुस्सा आ गया। मैंने दोनों हाथों से उसकी टाई को जोर लगाकर खींच दिया तो वो छपटाकर बेहोश हो गया। फिर मुझे लगा कि अगर अर्जुन बच गया तो पुलिस में जायेगा, इसलिए मैने उसकी टाई में गांठ लगाकर उसका गला घोंटकर उसे मार दिया। खींचतान में अर्जुन की टाई टूट गयी थी व उसकी कमीज भी फट गयी थी। जब मुझे यकीन हो गया कि अर्जुन मर गया है तो मैने उसकी जेबों की तलाशी ली तो उसकी जेब से मुझे एक सफेद रंग का टूटा मोबाइल, एक राशनकार्ड व उसका पर्स मिला जिसमें 250 रुपये थे। मैंने रुपये निकाल कर अपने पास रख लिये व उसका मोबाइल, राशनकार्ड व पर्स वहीं थोड़ी दूर झाडियों में फेंक दिये। फिर मैं साइकिल साइकिल उठाकर अपने घर को चल दिया। रास्ते में एक जगह झाड़ियों में साइकिल छुपा दी और मैं पैदल अपने घर चला गया।

पुलिस टीम में एसएचओ अरुण कुमार सैनी, एसएसआई प्रेम विश्वकर्मा, एसआई कश्मीर सिंह, अनीस अहमद, भूपेन्द्र सिंह मेहता, राजेश जोशी, दीपक सिंह, कां. जयवीर सिंह, संजय कुमार, गगन भण्डारी, हेमन्त सिंह तथा एसओजी प्रभारी एसआई राजवीर सिंह आदि शामिल थे।