Uttarakhand News: उत्तराखंड में अब पानी की बर्बादी पर रोक लग पाएगी। सरकार पानी की मीटरिंग करके इसका दुरुपयोग रोकने की प्लानिंग में जुट गई है। हल्द्वानी के लोगों को अब कुसुमखेड़ा की तरह स्मार्ट मीटर से पानी मिलेगा। ऐसे में लोगों के बिल की प्रक्रिया भी बदल जाएगी। बताया जा रहा है कि अब इन क्षेत्रों में चार महीने में स्मार्ट मीटर के तहत रीडिंग के आधार पर बिल चुकाना होगा। जल्द ही पूरे प्रदेश में स्मार्ट मीटर से पानी आ सकता है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार हल्द्वानी में फरवरी 2020 में करीब 12 करोड़ की लागत से विश्व बैंक परियोजना के तहत पेयजल योजना का काम शुरू हुआ। इस योजना के तहत अब जिले में जल निगम ने आधी आबादी को कनेक्शन देकर पानी की सप्लाई करना चालू कर दिया गया था। अब बिल की परेशानी को देखते हुए यहां स्मार्ट मीटर लगा दिए गए है। ये मीटर पूरी तरह डिजिटल हैं।
बताया जा रहा है कि इसके चलते अन्य आबादी को भी अब स्मार्ट मीटर से 14.69 रुपये प्रति किलोलीटर के हिसाब से बिल का भुगतान करना होगा। गौरतलब है कि हल्द्वानी में करीब पांच हजार से अधिक आबादी को पहले गौला नदी से पानी की आपूर्ति होती थी। बाद में क्षेत्र की बढ़ती अबादी को देखते हुए यहां जल निगम विश्व बैंक परियोजना के तहत पेयजल आपूर्ति हो रही है।