विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : फर्जी प्लॉट की रजिस्ट्री कर 17 लाख रुपये हड़पने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
आपको बता दें कि ग्राम सज्जनपुर पीली, हरिद्वार निवासी फौजी मनीष कुमार पुत्र रमेश ने 8 अगस्त 2022 को कुंडेश्वरी चौकी में तहरीर देकर बताया था कि वह फौज में नौकरी करता है। उसके रिश्तेदार ब्रजेश कुमार शर्मा पुत्र महेशानन्द शर्मा निवासी नीझड़ा ने उसे काशीपुर में एक प्लॉट दिलवाने के लिए काशीपुर बुलाया था। नवम्बर 2016 में वह अपनी बहन मोनिका के साथ ब्रजेश कुमार शर्मा के घर आया। वहां पर ब्रजेश के दोस्त गोपाल सिंह बिष्ट पुत्र आन सिंह निवासी पर्वतीय इंक्लेव, मानपुर रोड, काशीपुर ने उन्हें रामनगर रोड पर प्लाट दिखाकर कहा कि यह प्लॉट अजीत गुप्ता पुत्र शिवचरण गुप्ता निवासी मौ. काजीबाग का है। और हम इस प्लॉट पर तुम्हें दो साल में मकान बनाकर दे देंगे।
प्लाट पर मकान बनाने सहित 17 लाख रुपये की कीमत तय हुई। फिर तीनों लोगांे ने उसके नाम से एच.डी.एफ.सी. बैंक काशीपुर के हाऊजिंग डवलपमेन्ट फाइनेन्स कापोरेशन लि. से 15,00,000/ का हाऊजिंग लोन भी स्वीकृत कराया। जिसमें से 14,00,000/- रुपये का भुगतान सीधे बैंक से रजिस्ट्री के वक्त बैंक द्वारा अजीत गुप्ता ने दिनांक 30.03.2017 को प्राप्त कर लिया व 3,00,000/- रुपये गोपाल बिष्ट व ब्रजेश शर्मा के जरिये अदा कर दिये।
मनीष ने बताया कि 30.03.2017 को बैनामा होने के उपरान्त दाखिल खारिज होने के बाद वे अपनी बहन के साथ लगभग 2 वर्ष बाद खरीदे गये प्लॉट पर गये तो देखा कि वहाँ पर कोई मकान बना हुआ नहीं है, ना ही उक्त नाप का कोई प्लॉट मौके पर है। जब उसने उपरोक्त लोगों से अपने प्लॉट व मकान के सम्बन्ध में पूछा तो तीनों लोग टाल मटोल करते रहे और कहने लगे कि हम तुम्हारा मकान जरूर देंगे। लेकिन आज तक इन्होंने मेरा मकान बनाकर नहीं दिया। और मुझे फर्जी प्लॉट की रजिस्ट्री कर 17 लाख रुपये हड़प लिये।
पुलिस ने मनीष कुमार की तहरीर के आधार पर धारा 420 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर गोपाल सिंह की तलाश शुरु कर दी थी। जिसे पुलिस ने कल गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।