विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद): उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) की दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक रामनगर रोड स्थित एक होटल में सम्पन्न हुई। इस दौरान पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने कहा कि पार्टी को मजबूत करने के लिए जन जागरण एवं सदस्यता अभियान चलाया जायेगा।
महानाद द्वारा यह पूछे जाने पर कि उत्तराखंड बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली पार्टी आज हाशिये पर क्यों पहुंच गई है, पर काशी सिंह ऐरी ने कहा कि यह हमारी केंद्रीय नेतृत्व की कमी है कि हम लोगों का विश्वास बनाये नहीं रख पाये। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस ने प्रदेश का सर्वनाश कर दिया है। प्रदेश पर आज 80 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है, युवा बेराजगार हैं। भ्रष्टाचार चरम पर है।
उन्होंने बताया कि मुजफ्फर नगर गोली कांड का मुकदमा मुजफ्फर नगर की अदालत में चल रहा है। इसलिए सरकार को चाहिए कि मुकदमें के गवाहों की सुरक्षा का प्रबंध किया जाये और मुकदमें की पैरवी के लिए गवाहों को कड़ी सुरक्षा उपलब्ध कराते हुए सरकारी खर्च से उनके आने-जाने का प्रबंध करना चाहिए।
कार्यसमिति में कई प्रस्ताव पारित किये गये जिनमें कहा गया कि कॉर्बेट क्षेत्र में आदमखोर बाघ का आतंक बना हुआ है। बच्चे स्कूलों को नहीं जा पा रहे हैं। लोगों को ज्यादा समय तक घरों में कैद कर नहीं रखा जा सकता इसलिए उक्त आदमखोर बाघ को या तो मारा जाये अथवा पिंजरे में कैद कर कहीं दूर जंगल में छोड़ा जाये।
यूकेएसएससी तथा यूकेपीएससी भर्ती, विधानसभा भर्ती घोटाले की जांच सीबीआई से कराकर असली दोषियों को बेनकाब कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाये।
अंकिता हत्याकांड की सीबीआई सेजांच करवाई जाये तथा आरोपियों का नार्को टेस्ट करवाया जाये।
जोशीमठ आपदा पीड़ितों को समुचित मुआवजा व राहत देकर उनके रहने व व्यवसाय की उचित व्यवस्था की जाये।
उत्तराखंड में मजदूरों के अधिकारों का उल्लंघन कर उनकी सेवायें समाप्त की जा रही हैं। मजदूरों के लिए बने कानूनों का सख्ती से पालन करवाना चाहिए।
कार्यसमिति में पुष्पेश तिवारी, आनंद प्रकाश जुयाल, शांति प्रकाश भट्ट, मनोज डोबरियाल, हरजाप सिंह, शिव प्रसाद सेमवाल, देवेश्वर भट्ट, गौरव रावत, सुलोचना ईष्टवाल, कर्नल सुनील कोटनाला, उपेन्द्र सकलानी, गणेश काला, चौ. ब्रजवीर सिंह, बलवंत सिंह नेगी, सूरज बिष्ट, डीडी जोशी, राकेश चौहान, सुरेन्द्र कुकरेती, राजेन्द्र गुंसाई, अनुपम खत्री, रेखा मियां, शिव सिंह रावत, विजय बौड़ाई आदि मौजूद थे।