उत्तराखंड के ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के छात्र- छात्राओं के लिए खुशखबरी है। धामी सरकार ने इन युवाओं को बड़ा तोहफा दिया है। अब हर माह इन छात्रों को स्कॉलरशिप मिलेगी। जी हां धामी कैबिनेट में मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृति योजना को मंजूरी मिल गई। इस योजना के तहत मेधावी युवाओं को पांच हजार से लेकर एक हजार रुपए माह तक स्कॉलरशिप दी जाएगी। जबकि टॉपर को 36000 से लेकर 18000 रुपए तक एकमुश्त रकम भी दी जाएगी।
सालाना ₹17 करोड़ खर्च होंगे खर्च
मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृति योजना की शुरूआत होने जा रही है। उत्तराखंड सरकार 2023-24 सत्र से ही इस छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत करने जा रही है। छात्रवृत्ति स्टूडेंट्स के बैंक खातों में सीधे भेजी जाएगी। योजना के लिए हर साल ₹17 करोड़ खर्च होंगे। बता दें कि इससे पहले सरकार ने क्लास 6 से इंटरमीडिएट तक की छात्रवृत्ति का प्रावधान किया था। अब कॉलेज और यूनिवर्सिटी लेवल पर भी स्कॉलरशिप का प्रावधान किया गया है।
इतनी मिलेगी स्कॉलरशिप
बताया जा रहा है कि ग्रेजुएशन में हर कॉलेज के हर संकाय में प्रथम आने वालों को 3000 द्वितीय स्थान पर आने वाले को 2000 और तीसरे स्थान पर आने वाले को ₹1000 महीना स्कॉलरशिप दी जाएगी। जबकि पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रथम आने वाले को 5,000 दूसरे स्थान पर रहने वाले को 3000 और तीसरे स्थान पर आने वाले को ₹2000 महीना स्कॉलरशिप मिलेगी। जबकि ग्रेजुएशन में वर्ल्ड टॉप करने वाले को सरकार पहले स्थान पर आने वाले को 36000 दूसरे स्थान पर आने वाले को 24000 और तीसरे स्थान पर आने वाले को ₹18000 एकमुश्त भी देगी।
इन्हें मिलेगी स्कॉलरशिप
इस योजना के तहत ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे टॉप थ्री मेधावी छात्रों को हर महीने स्कॉलरशिप दी जाएगी। बताया जा रहा है कि जिन छात्रों ने 80 प्रतिशत से अधिक अंकों के साथ 12वीं पास की है उन्हें सरकारी कॉलेजों या यूनिवर्सिटी में एडमिशन पर ग्रेजुएशन के फर्स्ट इयर से ही स्कॉलरशिप दी जाएगी। हालांकि, इसके लिए समर्थ पोर्टल के जरिए छात्रों को पंजीकरण कराना होगा। एकमुश्त राशि केवल अंतिम वर्ष के छात्रों को ही दी जाएगी. जो ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में फाइनल में टॉप करेंगे उनको एकमुश्त राशि दी जाएगी. इसके अलावा हर महीने के हिसाब से राशि दी जानी है.
ये होगी अनिवार्यता
इसके लिए ग्रेजुएशन के आगे के सालों में कम से कम 60 प्रतिशत अंक व क्लास में 75 प्रतिशत अटेंडेंस अनिवार्य होगी। ग्रेजुएशन लेवल पर सभी वर्षों में प्रत्येक फैकल्टी में मिनिमम 60 प्रतिशत अंकों के साथ टॉप थ्री (प्रथम स्थान, द्वितीय स्थान और तृतीय) स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी।