विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद): जहां एक और सुल्तानपुर पट्टी में कोसी नदी के पुल की हो रही मरम्मत के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है वहीं यहां से आने-जाने वालों को पुल के नीचे होकर कच्चे रास्ते से गुजरना पड़ रहा है। लेकिन मजे की बात यह है कि जहां पुल की मरम्मत करने वाली कंपनी को लोगों के लिए रास्ता बनाना चाहिए था वहां कुछ लोगों ने लकड़ी की बल्ली/फट्टे डालकर आने-जाने का रास्ता बना दिया और बाकायदा बैरियर लगाकर प्रति बाइक/स्कूटी 10 रुपये की वसूली की जा रही है। इसके बदले में हाथ से साइन की गई एक छोटी सी पर्ची दी जा रही है जिसे लौटते हुए दिखाये जाने पर बाइक को दोबारा पैसे देने की जरूरत नहीं पड़ती है। वहीं यदि कोई व्यक्ति उन्हें पैसे नहीं देता है तो उसे नदी को पार करने नहीं दिया जाता है।
रसीद
अब मुख्य प्रश्न यह है कि सरकारी जमीन पर इस तरह से रास्ता बनाकर और बैरियर लगाकर लोगों से वसूली करने की अनुमति उन्हें किसने दी है। यदि उनके पास इसकी परमिशन है तो बाकायदा रसीद छपवाकर पैसे लेने चाहिये और यदि उनके पास किसी प्रकार की कोई परमिशन नहीं है तो प्रशासन को ऐसे लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए। साथ ही उक्त का संज्ञान लेकर लोगों के सुगम आवागमन की व्यवस्था भी प्रशासन को करनी चाहिए।