उत्तराखंड में भारी बारिश का दौर जारी है। राज्य में बारिश कहर बनकर बरस रही है। जिससे जनजीवन-अस्त व्यस्त हो गया है। आलम ये है कि जगह-जगह पहाड़ियां दरक रही हैं। जिससे लगातार भूस्खलन हो रहा है और सड़कें बंद हो रही हैं। सात जिलों में आज स्कूल बंद हैं तो वहीं 170 सड़कें बंद हो चुकी है। वहीं गंगा खतरे के निशान के पास बह रही है। जिसको लेकर आदेश जारी किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेशभर में आगामी तीन दिनों तक भारी बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इससे पहले से हो रही बारिश के कारण प्रदेश में पर्वतीय क्षेत्रों की सड़कों पर भारी पड़ी है। बीते 24 घंटे में ही भूस्खलन और स्लिप आने से 241 सड़कें बंद हुई हैं। इनमें से 160 सड़कें एक दिन पहले से बंद थीं, जबकि 81 सड़कें रविवार को बंद हुईं। रविवार देर शाम तक 70 सड़कों को खोला जा सका था, जबकि 171 सड़कें अवरुद्ध है।
वहीं बताया जा रहा है कि गंगा के खतरे के निशान के पास जलस्तर पहुँचने पर आदेश जारी किया गया है।जिसमें लिखा है कि केन्द्रीय जल आयोग कार्यालय अधिशासी अभियन्ता हिमालयी गंगा मण्डल, हरिद्वार से दूरभाष पर हुई वार्ता एवं वेबसाईट पर प्राप्त सूचना दिनांक 09.07.2023 ( प्रति संलग्न) के अनुसार सोलानी नदी का जलस्तर रूड़की (हरिद्वार) में चेतावनी के स्तर से ऊपर प्रदर्शित कर रहा है। अतः इसके दृष्टिगत अपने जनपद में आम जनमानस के बचाव हेतु समस्त ईकाइयों को सक्रिय करते हुए आवश्यक कार्यवाही कराना सुनिश्चत करें। ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
वहीं दूसरी ओर खराब मौसम को देखते हुए 7 जिलों देहरादून, उत्तरकाशी, नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और ऊधमसिंह नगर में कक्षा एक से 12 तक के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद हैं। संबंधित जिलों के जिलाधिकारी की ओर से इसके आदेश जारी किए थे। तो वहीं ऊधमसिंह नगर में दो दिन (10 व 11 जुलाई), अल्मोड़ा व बागेश्वर में तीन दिन(10 से 12 जुलाई) और नैनीताल में 10 से 13 जुलाई तक चार दिवसीय अवकाश घोषित किया गया है।