जसपुर (महानाद) : पुलिस ने मोहर्रम कमेटी के अध्यक्ष मौ. आरिफ की हत्या का खुलासा करते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया है। मृतक आरिफ युवक के सज्ञथ जबरदस्ती अप्राकृतिक संबंध बनाना चाहता था जिस कारण युवक ने उसकी हत्या कर दी।
आपको बता दें कि दिनांक 20.07.2023 को जसपुर क्षेत्र में एक अज्ञात शव मिलने की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली प्रकाश सिंह दानू पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचे, जहाँ पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा था। शव को देखने पर प्रथम दृष्टया हत्या का अंदेशा हुआ और शव की पहचान मोहर्रम कमेटी के अध्यक्ष मौ. आरिफ के रूप में की गई। जिसके बाद परिजनों की तहरीर के आधार पर कोतवाली जसपुर में धारा 302 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु की गई।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी क्राइम रुद्रपुर चंद्रशेखर घोड़के ने बताया कि चूंकि मृतक मौ. आरिफ जसपुर मोहर्रम कमेटी का अध्यक्ष था, इसलिए उसकी हत्या के कारण जसपुर क्षेत्र में सनसनी फैल गई। हत्या के खुलासे के लिए एसएसपी उधम सिंह नगर मंजूनाथ टिसी के निर्देश पर एसपी काशीपुर अभय सिंह तथा सीओ वंदना वर्मा द्वारा पूछताछ, सुरागरसी-पतारसी, सीसीटीवी अवलोकन, सर्वलांस हेतू पुलिस की 10 टीमों का गठन किया गया। टीमो द्वारा तुरन्त मोर्चा सभालते हुए गहनता से आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों व संदिग्धों के मोबाईल नम्बरो के सीडीआर का अवलोकन किया गया और दिनांक 26.07.2023 को पुलिस टीम द्वारा मुखबिर कि सूचना पर हिम्मतपुर, थाना आईटीआई, काशीपुर निवासी रोहताश कुमार पुत्र श्याम लाल को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में रोहताश ने बताया कि उसका अपनी मां से झगड़ा हो गया था जिस कारण वह नाराज होकर काम की तलाश में मुरादाबाद जाने के लिए 18.07.2023 को पैदल-पैदल टाण्डा उज्जैन चौराहे से ढेला पुल की तरफ जा रहा था। महेशपुरा पुलिया के पास एक मोटरसाईकिल वाला व्यक्ति (मौ. आरिफ) उसके पास रुका और अपने आपको जसपुर का बताते हुए लिफ्ट देकर जसपुर तक छोड़ने की बात कहने लगा। उसने कहा कि जसपुर से मुरादाबाद पास पड़ेगा इसलिए तुम मेरे साथ जसपुर चलो। उक्त व्यक्ति कि बात पर विश्वास कर रोहताश उसकी मोटरसाईकिल पर बैठ गया। रास्ते में उसने अपने घर से नारजगी वाली बात बताई वहीं मृतक ने अपने आप को जसपुर का बताते हुए डम्पर मालिक होने व खनन का काम करने वाला बताया और रास्ते में उसे एक ढाबे पर खाना भी खिलाया।
रोहताश ने बताया कि इसके बाद मौ. आरिफ ने अपनी मोटरसाईकिल चकरोड पर डालकर उससे अनैतिक कार्य के लिए कहा और उसके साथ गलत हरकत करने लगा जब उसने इसके लिए मना कर दिया तो वह नाराज होकर उसे धमकाने लगा और अपने साथ लाई चुन्नी से उसके हाथ बाँधने का प्रयास करने लगा, जिस पर उसे गुस्सा आ गया और उसने चुन्नी को घुमाकर मौ. आरिफ के गले में लपेट दिया और पूरी जान लगाकर उसका गला घोंट दिया। जब मौ. आरिफ बेसुध होगया तो उसे पास पड़े पत्थर को ऊठाकर मौ. आरिफ के चेहरे पर वार किया जिससे उसकी मौत हो गई।
मामले का खुलासा करने वाली टीम में कोतवाल जसपुर प्रकाश सिंह दानू, एसएसआई अनिल जोशी, एसआई सुरेन्द्र सिंह बिष्ट, कौशल भाकुनी जावेद मलिक, धीरज वर्मा, हरीश आर्य बबीता गोस्वामी, गणेश भट्ट, भूपाल राम पौरी, ललित सिंह दिगारी, सुशील कुमार, राकेश राय, अवधेश कुमार, जमशेद अली, अनुज वर्मा, अरुण कुमार, राजकुमार, सुभाष डु्ररियाल, अनिल, अब्दुल मलिक, हरीश बिष्ट, नीरज शुक्ला, महेन्द्र नयाल, ध्यान सिंह, कैलाश जोशी, खष्टी आर्य, बच्ची सिंह एवं सर्विलांस टीम से भुवन जोशी, विनय कुमार, कैलाश तोमक्याल, प्रदीप, दीपक कुमार आदि शामिल थे।