विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : अपनी ससुराल से नकदी और जेवर लेकर फरार हुई लुटेरी दुल्हन को पुलिस ने उसके प्रेमी के संग पकड़ कर जेल भेज दिया। वह प्रेमी संग चेन्नई भागने की फिराक में थी।
आपको बता दें कि मौ. नई बस्ती, कटोराताल, काशीपुर निवासी इसरार अहमद पुत्र श्री इशाक अहमद ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि 21 जून 2023 को उसके पुत्र इकरार का विवाह मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार मौ. कटोराताल निवासी नसीम की पुत्री तय्यबा उर्फ आयशा से हुया था। परन्तु विवाह के 5 दिन बाद ही उनकी बहू दहेज में मिले लगभग 9 तोले के सोन-चांदी के जेवरात व 50हजार रुपये नकद लेकर फरार हो गई है। इसरार की तहरीर के आधार पर कोतवाली काशीपुर में धारा 380 आइ्रपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कटोराताल चौकी प्रभारी नवीन बुधानी के सुपुर्द की गई।
उक्त प्रकरण में उच्चाधिकारीगणों द्वारा स्वयं संज्ञान लेते हुये अभियोग के अनावरण के आदेश दिये गये थे। जांच के दौरान पाया गया कि तय्यबा शादी से पहले बिजनौर निवासी फरमान से प्यार करती थी तथा उसी से फोन पर घंटो बातचीत करती थी। उक्त प्रकरण में घटनास्थल के आसपास के कैमरों की मदद ली गई तथा दोनों के मोबाईल नंबरो की सीडीआर खंगाली गई तथा आज दिनांक 1-8-2023 को ढेला पुल, काशीपुर के पास से तय्यबा उर्फ आयशा पुत्री नसीम तथा उसके प्रेमी फरमान पुत्र सगीर अहमद निवासी मौ. काजीपाड़ा, बिजनौर को चोरी के जेवरातों तथा 50 हजार रुपये की नगदी के साथ गिरफ्तार किया गया।
पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर दोनों ने बताया कि हम दोनों करीब एक साल से फोन पर बात करते थे। इसी बीच हम मिलते-जुलते भी रहते थे। हम दोनों शादी करना चाहते थे पर फरमान के घरवालों ने कहा कि अभी हमने दो बहनों की शादी करनी है उसके बाद ही फरमान की शादी कर पायेंगे। तय्यबा ने बताया कि करीब 3 महीने पहले मेरे शादी का रिश्ता हमारे पड़ोस के रहने वाले इकरार अहमद पुत्र इसरार अहमद का आया। फरमान चेन्नई में डेन्टिंग पेन्टिंग का काम करता था। वह कुछ समय से बेरोजगार था। हम दोनों के पास शादी करने तथा उसके बाद मौजमस्ती करने के पैसे नहीं थे। मैं उसके साथ अपने घरवालों को बिना बताये भागना चाहती थी। इसी बीच ये रिश्ते वाली बात मैने फरमान को बताई कि पड़ोस के ही एक अच्छे घर से रिश्ता आया है। तब फरमान ने कहा कि तुम शादी के लिये हां कर दो और शादी के अगले ही दिन जेवर और पैसे लेकर मेरे पास आ जाना।
तय्यबा ने बताया कि प्लान के मुताबिक मैंने शादी के लिये हां कर दी। दिनांक 21 जून 2023 को इकरार से मेरी शादी हो गई। मुझे शादी पर सोने के दो हार, दो जोड़े कान के झुमके, नाक की लौंग, एक अंगूठी, मांग टीका, नाक की नथ तथा चांदी की पायलें व बिछुये मिले थे। ये सारे जेवर मैंने शादी के अगले दिन उतारकर अपने बैग में रख लिये। मैं भागने के फिराक में थी पर मौका नहीं मिल पा रहा था। फरमान से मेरी लगातार बात हो रही थी। फरमान मुझसे वहां से भागने का दबाव बना रहा था। मौके की नजाकत को देखते हुये दिनांक 27-6-2023 की सुबह करीब 5 बजे जब इकरार सो रहा था तो मैं अलमारी खोलकर सारा जेवर तथा पति के 50 हजार रुपये लेकर घर से निकल गई।
तय्यबा ने बताया कि मैं बस में बैठकर बिजनौर गई वहां स्टेशन पर मुझे फरमान मिला। हम दोनों चंडीगढ़ चले गये। वहां हमने खूब मौज मस्ती की। हम खूब घूमे फिरे और महंगे महंगे होटलों में रहे। पैसे खत्म होने पर हम दोनों चलते फिरते राहगीरों को अपनी मजबूरी बताकर जेवरों के एक एक करके बेचना शुरु कर दिया। जो पैसे मिलते उनको हम मौज मस्ती में लूटाते गये। धीरे धीरे सारे जेवर बिकते चले गये। जो पैसे हमसे बरामद हुये है यह वही पैसे है जो हमने जेवर बेचकर इकट्ठे किये हैं। आज भी हम दोनों बाकी बचे जेवरों को किसी पहचान वाले आदमी को सस्ते रेट में बेचने आ रहे थे। आज हम दोनों ये जेवर बेचकर चेन्नई के लिये निकलने वाले थे। लेकिन पुलिस ने पकड़ लिया।
पुलिस टीम में कोतवाल मनोज रतूड़ी, एसएसआई प्रदीप मिश्रा, एसआई नवीन बुधानी, हे.कां. संतोषी खड़ायत, प्रकाश लोहिया, कां. प्रेम कनवाल, गौरव सनवाल तथा सुरेंद्र सिंह शामिल थे।