ऑनलाइन कमाई का लालच देकर लगभग 23 लाख रुपये की ठगी करने वाले युवक-युवती गिरफ्तार

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सुहानी अग्रवाल
देहरादून (महानाद) : यूट्यूब वीडियो को लाईक व सबस्क्राइब कर ऑनलाइन पैसे कमाने का लालच देकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए एसटीएफ की साईबर क्राइम टीम ने एक युवक व युवती को दिल्ली से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार आरोपियों में से युवक भूटानी व युवती तिब्बती नागरिक है।

मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि बीते दिनों साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को एक शिकायत मिली थी कि एक अज्ञात व्यक्ति ने शिकायतकर्ता के मोबाइल पर मैसेज भेज कर स्वयं को रंकों टेक्नोलॉजीस (इंडिया) का कर्मचारी बताया और टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर लिंक भेजकर यू-ट्यूब और इंस्टाग्राम पर फॉलो व सबस्क्राईब करने आदि सम्बन्धी टास्क देकर लाभ कमाने के नाम पर भिन्न-भिन्न तिथियों में भिन्न-भिन्न खातो में लेन-देन के माध्यम से कुल 22,89,260 रुपये ठग लियेे। मामले में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशनमें मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गयी।

जांच के दौरान घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर तथा आरोपियों द्वारा शिकायतकर्ता से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी। पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से आरोपियों द्वारा शिकायतकर्ता को जो खाता संख्या व मोबाईल नम्बर दिये थे व धोखाधड़ी से प्राप्त की गयी धनराशि फर्जी आईडी पर खोले गये बैंक खातों में प्राप्त की गयी थी, उक्त खातों के खाताधारक की जानकारी प्राप्त की गयी व उक्त खाते का खाताधारक के सम्बन्ध में साक्ष्य एकत्रित करते हुये मुकदमे में एक तिब्बती नागरिक तेन्जिंग चोफेल पुत्र लोपसांग तेन्जिंग हाल निवासी मजनू का टीला, न्यू अरुणानगर, थाना तिमारपुर, दिल्ली तथा एक भूटानी नागरिक ललिता थापा पुत्री ज्ञान बाहदुर थापा निवासी मजनू का टीला, न्यू अरुणा नगर, थाना तिमारपुर, दिल्ली को तिमारपुर, दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त 1 मोबाईल फोन मय 3 सिम के कार्ड बरामद हुआ।

एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि आरोपियों द्वारा नामी गिरामी कम्पनियों की फर्जी वेबसाईट बनाकर आम जनता से व्हाट्सएप, ई-मेल, दूरभाष व अन्य सोशल साईटों के माध्यम से सम्पर्क कर स्वयं को विभिन्न नामी-गिरामी कम्पनियों के एचआर व कर्मचारी बताकर ऑनलाईन टास्क कर रुपये कमाने का प्रलोभन देकर जॉब ऑफर कर लिंक भेजकर टेलीग्राम एप डाउनलोड करवाकर व अपने टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ दिया जाता था। तत्पशचात सिग्नल एप के माध्यम से विभिन्न यू ट्यूब वीडियो लाईक एवं सबस्क्राईब करने के टास्क देते हैं तथा उसमें निवेश कर अधिक लाभ कमाने का लालच देकर धोखाधड़ी से भिन्न-भिन्न लेन देन के माध्यम से धनराशि प्राप्त की जाती थी। इस पूरी प्रक्रिया में भारत में बैठे ऐसे विदेशी मूल के नागरिकों द्वारा भारत से बाहर फर्जी सिम कार्ड भेजे जाते हैं जिनसे पूरे देश भर में साईबर ठगी की जा रही है।

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