खटीमा (महानाद) : पुलिस ने भारामल सिद्ध पीठ के महंत एवं सेवादार की हत्या का खुलासा करते हुए 3 लोगों को गिरफ्तारकर जेल भेज दिया। पुलिस ने 3 हफ्ते की कड़ी मेहनत, 1200 लोगों से पूछताछ, 1000 से ज्यादा पूर्व अपराधियों का सत्यापन तथा 1500 सीटीटीवी कैमरों की फुटेज चैक करने के बाद उक्त सफलता हासिल की है। मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी ने 2,500 रुपए तथा डीआईजी ने 5,000 रुपए के इनाम की घोषणा की है। वहीं डीजीपी उत्तराखंड अभिनव कुमार द्वारा भी पुलिस टीम हेतु नकद इनाम की घोषणा की है।
मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी उधम सिंह नगर डॉ. मंजूनाथ टिसी ने बताया कि थाना झनकईया क्षेत्र के सुरई वनरेंज में स्थित बाबा भारामल सिद्धपीठ जो कि स्थानीय एवं उ.प्र. के सरहदी जनपद/नेपाल के सरहदी क्षेत्र के आस्था एवं अराधना का केन्द्र है, में दिनांक 04/05-01-2024 की मध्य रात्रि को अज्ञात अभियुक्तगणों द्वारा सिद्धपीठ के महन्त श्री हरिगिरी महाराज एवं उनके सेवादार रूप सिह बिष्ट की नृशंस हत्या की गयी तथा उनके मुख्य सेवादार नन्हे को गम्भीर रुप से घायल करते हुये आम जनमानस को झकझोर देने वाली घटना को अंजाम दिया गया था।
एसएसपी ने बताया कि चूंकि उक्त घटनास्थल चारों ओर से किसी भी वाहन मार्ग से 07-08 किलोमीटर घने जंगल के भीतर का था तथा किसी भी प्रकार की मोबाईल कनेक्टीविटी न होने के कारण उक्त घटना की सूचना दिनांक 05/01/2024 को समय लगभग 11.00 बजे प्रातः प्राप्त हुई। जिस पर तत्काल थाना पुलिस द्वारा उच्चाधिकारीगणों को सूचना से अवगत कराते हुये घटनास्थल की ओर रवाना हुये तथा मृतक बाबा हरिगिरी के भाई सुखपाल की तहरीर के आधार पर घटना के सम्बन्ध में धारा 302/307 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया।
एसएसपी मंजूनाथ टिसी द्वारा खुलासे हेतु स्वयं घटनास्थल पर आकर टीम का नेतृत्व करते हुये जनपद के अन्य उच्चाधिकारीगण एसपी अपराध चंद्रशेखर घोड़के, एसपी सिटी रुद्रपुर मनोज कत्याल, एसपी काशीपुर अभय सिंह, एएसपी/सीओ खटीमा वीर सिंह तथा सहायक पुलिस अधीक्षक उधम सिह नगर को तत्काल मौके पर ही ब्रीफ करते हुये जनपद के 8 थानाध्यक्ष, एसओजी प्रभारी मय एसओजी टीम, एनटीएफ प्रभारी मय टीम तथा डीआईजी कुमाऊं योगेन्द्र सिंह रावत के निर्देशन पर जनपद चम्पावत एवं जनपद नैनीताल से भी तेजतर्रार पुलिसकर्मियों की एक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची। एसएसपी के निर्देश पर 15 टीमों का गठन करते हुये हर टीम को एक नियत कार्य सौंपा गया। आम जनमानस की भावनाओं के दृष्टिगत इस जघन्य दोहरे हत्याकाण्ड पर डीआईजी ने घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का निरीक्षण कर अनावरण हेतु लगी पुलिस टीमों को ब्रीफ किया।
पुलिस टीमों द्वारा घटना के सफल अनावरण हेतु तकनीकी सर्विलांस, जनपद स्तरीय फोरेंसिक टीम व डॉग स्कावयड द्वारा साक्ष्य संकलन व निरीक्षण घटनास्थल, स्थानीय स्तर पर सूचना संकलन, पूर्व अपराधियों का सत्यापन एवं पूछताछ, घटना से पूर्व हुये भण्डारे में आये दुकानदारों, संदिग्ध व्यक्तियों का सत्यापन, घुमन्तु जनजाति के आपराधिक पृष्ठभूमि के व्यक्तियों का सत्यापन, घटनास्थल के चारों ओर स्थित जंगल की कॉम्बिगं, स्थानीय एवं सरहदी गांवों के नशेड़ी एवं आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों का सत्यापन, प्रदेश के सरहदी जनपदों के आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों का सत्यापन, विगत एक वर्ष में जिला कारागार बरेली, पीलीभीत, हल्द्वानी से रिहा लूट, नशाखोरी, हत्या, डकैती के अपराधियों का सत्यापन किया गया। सुरागरसी पतारसी करते हुये पुलिस टीम द्वारा क्षेत्र के होटल, धर्मशाला, गैस्टहाउस की चैकिंग रेगुलेटर पुल, खण्डजा मार्ग में कार्यरत बाहरी मजदूर, वन विभाग की कटान की लेबर, वन विभाग के अस्थायी कर्मचारियों का सत्यापन व पूछताछ, स्थानीय दुकानदारों से पूछताछ आदि की गयी। इस दौरान पुलिस टीमों द्वारा लगभग 1200 लोगों से पूछताछ की गयी तथा आपराधिक पृष्ठभूमि के लगभग 1000 से ज्यादा पूर्व अपराधियों का सत्यापन एवं पूछताछ की गयी। अज्ञात अभियुक्तगणों के आने एवं जाने के सम्भावित मार्गों में लगे हुये सीसीटीवी कैमरों की जांच आदि कार्यवाही के दौरान स्थानीय तथा जनपद पीलीभीत, बरेली के लगभग 1500 सीटीटीवी कैमरों की फुटेज को चैक किया गया।
इसी दौरान सर्विलांस टीम को कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के मोबाईल नम्बरों का घटना के दिन एवं समय में घटनास्थल के आसपास संदिग्ध गतिविधि दिखाई दी। जिस पर तुरन्त उच्चाधिकारियों के निर्देशन में कार्यवाही करते हुये टीम द्वारा उक्त नम्बरों का सत्यापन किया गया। सत्यापन एवं सुरागरसी पतारसी से अभियुक्तगण 1- कालीचरण (52 वर्ष), 2- पवन (34 वर्ष) तथा 3- रामपाल (62 वर्ष) निवासीगण पीलीभीत का उक्त घटना को कारित करना ज्ञात हुआ। जिस पर तत्काल अलग-अलग पुलिस टीमों द्वारा उपरोक्त अभियुक्तगणों को दिनांक 27/01/2024 की रात्रि को गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्तगणों के कब्जे से बाबा भारामल से लूटे गये रुपये, इन्टरनेट डोंगल, बाबा हरिगिरी का बैग, शॉल, एक आधार कार्ड, पहचान पत्र तथा नन्हे का एक पैन कार्ड, बाबा भारामल की पर्ची रसीद व घटना कारित करने में प्रयुक्त एक दरांती व एक टार्च बरामद हुए।
पूछताछ करने पर अभियुक्तगणों ने बताया गया कि रामपाल व कालीचरण आपस में सगे भाई हैं तथा कालीचरण पूर्व में लगभग पांच वर्षों तक बाबा भारामल सिद्धीठ में सेवादार के रुप में रह चुका है तथा वहां के सभी आने व जाने के मार्गाे से भली भांति परिचित है। वर्तमान में अभियुक्त रामपाल बरखेड़ा जिला पीलीभीत के शमशान घाट में औघड़ बाबा के रुप में रह रहा है। कालीचरण एवं पवन मजदूरी का काम कर रहे हैं। कुछ समय पूर्व अभियुक्त कालीचरण बाबा भारामल के मंदिर में जाकर शराब पी रहा था तो मृतक बाबा हरिगिरी द्वारा इसको डांटकर वहां से भगा दिया था। इस बात की रंजिश इसने मन में बना ली। घटना से पूर्व दिनांक 25/12/2023 से हुये भण्डारे में कालीचरण एवं पवन आये थे। भण्डारे में भीड़ एवं चढ़ावे को देखकर इनके मन में लालच आ गया। उसी दौरान इन दोनों ने बाबा भारामल से लूट की योजना बना ली।
इस योजना के क्रियांवयन के लिये इन दोनों ने रामपाल को भी योजना में शामिल कर लिया। तत्पश्चात योजना के तहत उक्त तीनों अभियुक्तगण दिनांक 04/01/2024 को पीलीभीत से मैजिक वाहन द्वारा खटीमा पहुंचे तथा आटो से एवं पैदल चलकर शाम के समय बाबा भारामल सिद्धपीठ पहुंचे तथा अपने को छुपाये रखा व रात्रि करीब 11.00 बजे घटना हेतु अनुकूल समय आने पर इनके द्वारा लूट की घटना कारित करने के दौरान बाबा हरिगिरी के जगने पर इनके द्वारा साथ लायी दरांती से आस-पास के पेड़ों से काटे गये डण्डों से बाबा हरिगिरी पर वार कर उनकी हत्या कर दी एवं हो-हल्ला होने पर उनके सेवादार नन्हे के आने पर उस पर भी हमला कर दिया जिसको मरा समझकर पुनः दानपात्र से पैसे निकालने लगे। इसी बीच दूसरे सेवादार रूप सिह बिष्ट को आता देख उसकी भी डण्डो से पीटकर हत्या कर दी व घटना के बाद पैदल-पैदल ही सूखानदी पुल को पार कर जंगल में छिप गये व प्रातः छिपते -छिपाते वापस पीलीभीत लौट गये।
पूछताछ में अभियुक्तगणो द्वारा यह भी बताया गया कि अभियुक्त कालीचरण ने मृतक बाबा हरिगिरी के द्वारा शराब पीने पर टोकने के कारण भी उनको डण्डे से मारकर हत्या की गयी। अभियुक्त पवन थाना सुनगड़ी जनपद पीलीभीत का हिस्ट्रीशीटर एवं गैंगस्टर भी है, जिस पर उक्त थाने में आधा दर्जन अभियोग पंजीकृत हैं।
बरामदगी-
1- रामपाल से रुपये 4800/- नगद, एक अदद टार्च नारंगी पट्टी
2- पवन के कब्जे से रुपये 3700/- नगद, एक मोबाईल जिओ कम्पनी रंग काला
4- एक अदद लोहे की दरांती
3- कालीचरण के कब्जे से 4700/- नगद, एक मोबाईल जिओ कम्पनी
5- एक इन्टरनेट डोंगल