हल्द्वानी (महानाद) : बनभूलपुरा हिंसा के आरोपियों पर डीएम/एसएसपी का कहर बरस रहा है। जिले के दोनों अफसरों ने ठान लिया है कि दंगाईयों की कमर तोड़कर ही दम लेंगे।
एसएसपी प्रहलाद सिंह मीणा के नेतृत्व में नैनीताल पुलिस ने जहां आज 2 दंगाईयों 1. अजीम (21 वर्ष) पुत्र मोहसिन निवासी इंद्रानगर ठोकर, बनभूलपुरा तथा 2. शाहबुद्दीन (37 वर्ष) पुत्र मौहम्मद याकूब निवासी गोपाल मंदिर के पास, अबरार बार्बर के सामने, नई बस्ती, इंद्रानगर, बनभूलपुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया तो वहीं दंगे के मास्टरमाइंड एवं दंगे में वांछित अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद के बनभूलपुरा स्थित घर की कुर्की कर दी।
इस दौरान एसपी सिटी हल्द्वानी हरबंस सिंह, सीओ लालकुआं संगीता, तहसीलदार हल्द्वानी सचिन, प्रभारी निरीक्षक लालकुआं डीआर वर्मा, थानाध्यक्ष कालाढूंगी नंदन सिंह रावत सहित पुलिस तथा प्रशासन की टीमें मौजूद रहीं।
आपको बता दें कि पुलिस अब तक 44 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अवैध हथियार व कारतूस बरामद कर चुकी है।
वहीं, आज डीएम वंदना सिंह ने प्रशासन को आदेश दिया कि बनभूलपुरा उपद्रव में पुलिस द्वारा नामजद अभियुक्तों के नाम से गौला नदी में पंजीकृत वाहनों का गौला वाहन पंजीकरण तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए।
डीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के निर्देशानुसार अतिक्रमण से मुक्त कराई गई मलिक के बगीचे की भूमि पर देश के विभिन्न हिस्सों से आकर गौला नदी में खनन का काम करने वाले श्रमिकों के बच्चों के लिए मुस्कान केंद्र एव डे केयर सेंटरबनाया जायेगा। ताकि उक्त क्षेत्र में महिलाओं और बच्चों के लिए रचनात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देकर किशोर अवस्था के बच्चों को अपराध की और अग्रसर होने से रोका जा सके।