कुंडा/काशीपुर (महानाद) : अपने पूर्व पार्टनर की तरक्की से चिड़ कर एक व्यक्ति ने दो लोगों के साथ मिलकर पार्टनर का 12 लाख का ट्रेक्टर चुरा लिया और उसे 1 लाख रुपये में बेचने की तैयारी कर चुका था, लेकिन पुलिस ने उसे उसके साथियों के साथ जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोड़के ने बताया कि गढ़ीनेगी निवासी धर्मवीर सिंह पुत्र जोहर ने 15.6.2024 को पुलिस को तहरीर देकर बताया कि वह बीती 11 जून 2024 को अपनी ससुराल, गदरपुर गया था। उसका नीले रंग का ट्रैक्टर घर के घेर में खड़ा था। जब वह वापिस आया तो उसका ट्रैक्टर वहां से गायब था। धर्मवीर की तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर करीब 50 सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन किया।
मामले का संज्ञान लेते हुए एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने घटना के खुलासे को लेकर पुलिस को निर्देशित किया कि घटना का आति शीघ्र खुलासा किया जाए। इसी क्रम में एसपी अभय सिंह और सीओ अनुषा बडोला ने कुंडा थाना प्रभारी विक्रम राठौर के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया, जिसमें टीम ने तरित कार्रवाई करते हुए घटना के खुलासे को लेकर जगह-जगह दबिशें देनी शुरू की।
इसी बीच एक मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी की नादेही चौराहे से जाफरपुर की और नहर किनारे एक ट्रैक्टर खड़ा है और कुछ लोग उसको बेचने की फिराक में लगे हुए हैं। पुलिस ने तत्परता दिखाते तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर ट्रैक्टर बरामद कर लिया। पूछताछ के दौरान तीनों आरोपियों ने अपना नाम जगपाल सिंह पुत्र पान सिंह निवासी गढ़ी नेगी, वीरेंद्र सिंह पुत्र चेतराम तथा अनुज कुमार पुत्र चेतराम निवासीगण ग्राम सुआवाला, थाना अफजलगढ़ जिला बिजनौर बताया।
एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोड़के ने बताया कि तीनों आरोपियों ने ट्रैक्टर चुराकर पतरामपुर के जंगल में छुपा दिया था कि जब मामला ठंडा हो जाएगा तो उक्त ट्रैक्टर को बेचकर तीनों आपस में बंटवारा कर लेंगे।
वहीं, एसपी काशीपुर अभय सिंह ने बताया कि पकड़ा गया जगपाल सिंह उर्फ कलुआ पूर्व में धर्मवीर के साथ मिलकर काम करता था। उसके बाद दोनों अलग हो गये। इसके बाद धर्मवीर ने तरक्की कर ली। जिससे चिड़ कर जगपाल ने उसकों आर्थिक नुकसान पहुंचाने के लिए उसका ट्रेक्टर चोरी कर लिया।
कुंडा पुलिस की इस कामयाबी से प्रसन्ल्न होकर एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने पुलिस टीम को 2000 इनाम देने की घोषणा की है।
पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक कुंडा विक्रम राठौर, एसआई होशियार सिंह, कैलाश सिंह देव तथा कां. जितेन्द्र सिंह चौहान शामिल थे।