रुद्रपुर (महानाद) : एसएसपी डॉ. मंजुनाथ टीसी के आदेश पर ऊधम सिंह नगर पुलिस ने सरकारी धन/जनता की गाढ़ी कमाई गबन करने वालों पर कड़ा प्रहार करते हुए 13.5 करोड के सरकारी धन को फर्जी व कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर गबन करने वाले काशीपुर के एक व्यक्ति व एक महिला को 22 घंटों के भीतर गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी डॉ. मंजुनाथ टीसी ने बताया कि दिनांक 2-09-2024 को विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी, ऊधम सिंह नगर कौस्तुभ मिश्र ने तहरीर देकर बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकारण द्वास एनएच-74 (सितारगंज-काशीपुर अनुभाग) के इण्डसइंड बैंक रुद्रपुर, में संचालित बैंक खाते से फर्जी चैकों की कूटरचना करते हुए उनके फर्जी हस्ताक्षर एवं मुहर का प्रयोग करते हुए दिनांक 28-08-2024 एवं 31-08-2024 को तेरह करोड़ इक्यावन लाख छियालिस हजार रुपये भिन्न भिन्न बैंक खातों में अनाधिकृत रूप से ट्रांसफर की गयी है तथा चैकों की धनराशि /चैकों के क्लीयरेंस से पूर्व बैंक के किसी भी अधिकारी/कर्मचारी द्वारा उनके कार्यालय को किसी प्रकार की सूचना किसी भी माध्यम से नहीं दी गयी है न ही अन्य निर्धारित प्रक्रियाओं का अनुपालन किया गया है।
तहरीर के आधार पर धारा 318(4), 336(2), 338, 340(2) बीएनएस बनाम अज्ञात मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच चौकी प्रभारी आवास विकास एसआई अरविन्द बहगुणा के सुपुर्द की गयी।
एसएसपी ने बताया कि धोखाधड़ी एवं सरकारी धन का फर्जी चैकों की कूटरचना कर फर्जी हस्ताक्षरों कर भिन्न-भिन्न बैंक खातों में हस्तानांतरित होने पर अभियोग की गम्भीरता को देखते हुए अभियोग के अनावरण एवं अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी हेतु उनके द्वारा पुलिस अधीक्षक अपराध चंद्रशेखर घोड़के व पुलिस अधीक्षक रुद्रपुर मनोज कत्याल के पर्यवेक्षण तथा टीम प्रभारी एएसपी निहारिका के मार्गदर्शन में टीमें गठित की गयीं।
जांच के दौरान इण्डसइन्ड बैंक कर्मचारियों से पूछताछ की गई तथा बैक की दिनांक 28-2024, 31-08-2024, 02- 09-2024 की सीसीटीवी फुटेज चैक की गईं तो उपरोक्त तीनों तिथियों को तीन अलग-अलग व्यक्तियों का बैंक में आना ज्ञात हुआ तथा जांच में पता चला कि जो भी व्यक्ति सरकारी चैक लेकर आता है वह सर्वप्रथम बैक द्वारा उसे रिसीविंग दी जाती है तथा बैकों में एक निश्चित धनराशि से अधिक के चैकों को क्लीयरेंस के लिए खाता धारक से पॉजिटिव पे कन्फर्मेशन ली जाती है। जिसके बाद मामले में साक्ष्य संकलन के आधार पर धारा 61 (2), 316(5), 238 बीएनएस की बढ़ोतरी की गयी।
एसएसपी ने बताया कि इस अभियोग में तीन अलग-अलग चैकों के माध्यम से कुल तेरह करोड़ इक्यावन लाख छियालिस हजार रुपये का गबन हुआ है तथा पुलिस द्वारा करीब 7.5 करोड़ रुपयों पर होल्ड कराया है तथा शेष धनराशि को होल्ड कराने की प्रक्रिया प्रचलित है।
जांच के दौरान प्रकाश में आये बैंक मैनजर देवेन्द्र सिंह पुत्र होशियार सिंह निवासी बी-69, अपना घर, कुण्डेश्वरी रोड, काशीपुर, जिला उधम सिंह नगर तथा प्रियम सिंह पत्नी रजत निवासी म.न. 116/4 आवास विकास, थाना ट्रांजिट कैम्प, जिला उधमसिंह नगर (कैशियर) को इण्डसइन्ड बैंक आवास विकास, रुद्रपुर से गिरफ्तार किया गया।
मामले में सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल व बैक ट्रान्जेक्शन से जो संदिग्ध व्यक्ति प्रकाश में आये है उनकी तस्दीक व गिरफ्तारी हेतु विभिन्न टीमें गठित है जिनके द्वारा तलाश की जा रही है।