रामनगर : फेसबुक पर लिंक भेज कर ठगने वाला अब्दुल परवेज गिरफ्तार

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सलीम अहमद
रामनगर (महानाद): पुलिस ने फेसबुक पर लिंक भेज कर लोगों को ठगने वाले एक ठग को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

गूलरघट्टी, रामनगर जिला नैनीताल निवासी सय्यद रियाज हुसैन हुसैन पुत्र सय्यद मतलूब अली ने तहरीर देकर बताया कि मौ. राहिल, मौ. जीशान तथा सुरेश अग्रवाल उर्फ अजय ने उसके साथ 17 लाख रुपये की ऑनलाईन धोखाधड़ी की है। रियाज हुसैन की तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच एसएसआई प्रेम विश्वकर्मा के सुपुर्द की गई।

एसएसआई प्रेम विश्वकर्मा द्वारा पतारसी सुरागरसी करते हुए सर्विलांस एवं साइबर सैल की सहायता से एक खाता तस्दीक किया गया जो रुड़की, हरिद्वार के कर्नाटक बैंक में होना पाया गया। बैंक से प्राप्त दस्तावेज एवं केवाईसी एवं गवाहों के बयान के आधार पर अब्दुल परवेज, मौ. तारीक तथा मौ. मुज्जमिल चौधरी के नाम प्रकाश में आये। अभियुक्त अब्दुल परवेज की लोकेशन पिरान कलियर, रुड़की में ज्ञात हुई जिसके बाद परवेज को गिरफ्तार कर लिया गया।

पूछताछ के दौरान अब्दुल परवेज ने बताया कि मैं जनवरी 2021 में अपने गांव से नौकरी की तलाश में पिरान कलियर आया था। पिरान कलियर में मेरी मुलाकात तारीक अनवर पुत्र मौ. अनवर निवासी आरो राजौरी, जम्मू कश्मीर और मौ. मुजम्मिल चौधरी निवासी गम्भीर मुगला, मंजाकोट, राजौरी, जम्मू कश्मीर से हुई। हम तीनों पिरान कलियर में किराये पर रहकर प्राइवेट नौकरी करने लगे।

परवेज ने बताया कि तारीक सॉफ्टवेयर इंजीनियर था और मुजम्मिल भी सॉफ्टवेयर की अच्छी नॉलेज रखता था और मेरा भी मोबाइल पर अच्छा होल्ड था। हमारे खर्चे ज्यादा थे। पैसो की आवश्यकता थी और वेतन सीमित मिलता था। इसलिए तारीक ने हमसे कहा कि मैं एक सॉफ्टवेयर डवलप करने वाले व्यक्ति को जानता हूँ। उससे हम सॉफ्टवेयर लेकर उसे डवलप कर सकते है। तभी हम तीनों ने मिलकर तारीक की जान पहचान के व्यक्ति से एक सॉफ्टवेयर खरीदा और उसे डवलप किया। हम लोगों को अपने नाम अलग-अलग बताते थे। अपने सही नाम हमने कभी नहीं बताये। जैसे राहिल, जिशान, अजय, सुरेश अग्रवाल आदि। रामनगर, नैनीताल के मौ. अंजुम नाम के व्यक्ति को हम तीनों ने मिलकर तारीक के मो. से फेसबुक पर एक लिंक भेजा और कुछ दिनो बाद अंजुम नाम के व्यक्ति ने लिंक पर क्लिक कर दिया और उसे झांसे में लेकर btt.globle के बारे में बताया और आईडी बनाने को कहा। मौ. अंजुम के जरिये रामनगर के बहुत सारे लोगो ने हमारे btt.globle पर पैसे ट्रान्सफर कर दिये। कुछ दिन तक हमने लोगों को लालच देकर कुछ पैसे जैसे 2 हजार, 4 हजार वापस कर दिये और जब हम तीनों के पास 12-15 लाख रुपये जमा हो गये तो हमने नम्बर बन्द कर दिये। और btt.globle एप भी क्लोज कर दिया।

पुलिस ने अभियुक्त परवेज को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।