मुरादाबाद (महानाद) : एंटी करप्शन टीम (भ्रष्टाचार निवारण संगठन) ने कोर्ट में रेप पीड़िता के बयान दर्ज कराने के नाम पर 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते स्वार कोतवाली में तैनात दरोगा को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान दरोगा द्वारा हाथापाई करने पर टीम उसे घसीटते हुए कोतवाली लेकर आई।
बता दें कि 3 साल पहले अजीमनगर क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती की शादी स्वार क्षेत्र के एक गांव में हुई थी। शादी के बाद से ही उसके ससुराल वाले उसे दहेज के लिए उसे प्रताड़ित कर रहे थे। युवती ने अपने पति पर उसके साथ ककुर्म करने तथा उसकी छोटी बहन को बहला-फुसलाकर शादी करने का आरोप लगाते हुए अपने पति सहित अन्य ससुराल वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
युवती ने अपने देवर पर भी अपने दोस्त के साथ मिलकर उसके साथ रेप करने का आरोप लगाया था। युवती का आरोप है कि शिकायत करने पर ससुराल वालों ने उसके साथ मारपीट की, जिससे उसका गर्भपात हो गया था। जिसके बाद बरेली के एडीजी के आदेश पर पुलिस ने स्वार कोतवाली में युवती के पति सहित 11 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। युवती का आरोप है कि जांत्र कर रहे दरोगा ने आरोपियों को पकड़ने और पीड़िता के धारा 164 में बयान दर्ज कराने के नाम पर 20 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की। जिस पर युवती ने एंटी करप्शन टीम मुरादाबाद से इसकी शिकायत की। जिसके बाद टीम ने शुक्रवार शाम को स्वार पहुंचकर दरोगा शोकेंद्र सिंह को गिरफ्तार करने की प्लानिंग की। दरोगा ने रिश्वत लेने के लिए पीड़ित पक्ष को अपने आवास पर बुला लिया, जहां टीम ने उसे 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। दरोगा ने टीम से छूटने का पूरा प्रयास किया। नोकझोंक भी हुई, लेकिन वह छूट नहीं पाया। किसी ने टीम की दारोगा से छीना झपटी की वीडियो बनाकर वायरल कर दी। एंटी करप्शन की टीम उसे गिरफ्तार कर सिविल लाइंस कोतवाली ले आई है। जहां उससे पूछताछ चल रही है।
उधर, एसपी अंकित मित्तल ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है। रिपोर्ट मिलते ही आरोपी दरोगा को सस्पेंड किया जायेगा।