बताया जा रहा है कि बागजाला गौलापार निवासी हरिशंकर की पत्नी ने बृहस्पतिवार की रात पुलिस को फोन किया। बताया दुस्साहस कि उसका परिवार खाना खाने जा रहा था, इस बीच गांव के रहने वाले ठेकेदार रमेश राम और उसका परिवार घर में घुस आया। उसने पुलिस को बताया कि हमलावर उसके पति को पीट रहे हैं और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। सूचना पर थाने के चीता दस्ते में तैनात सिपाही रामायण प्रजापति और सुरेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस को देखते ही हमलावर पथराव करने लगे। सिपाही रामायण ने मोबाइल से रिकार्डिंग शुरू की तो महिला और उसकी बेटी ने सिपाही का मोबाइल छीनकर उसे जमीन पर पटक दिया। हमलावरों ने सुरेंद्र सिंह की वर्दी भी फाड़ दी।
पथराव के दौरान दोनों पुलिसकर्मी घायल हो गए। आरोपी रमेश खुद के सिर पर पत्थर मारकर पुलिस रो को फंसाने की धमकी देने लगा। किसी प्रकार पुलिसकर्मियों ने हरिशंकर के परिवार से को बचाया। इस मामले में हरिशंकर की पत्नी भावना की शिकायत पर पुलिस ने रमेश राम, उसकी पत्नी पुष्पा, पुत्र निखिल और बेटी प्रियांशी के खिलाफ धारा 452,323 के तहत मुकदमा दर्ज किया। इधर, सिपाही की तहरीर पर पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा डालने और मारपीट का मुकदमा रमेश के परिवार के खिलाफ दर्ज कर दो आरोपियों को जेल भेजा है।