10 लाख की सुपारी देकर कराई थी बाबा तरसेम सिंह की हत्या, हत्यारों की मदद करने वाले 4 गिरफ्तार

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नानकमत्ता/रुद्रपुर (महानाद) : पुलिस ने आज बाबा तरसेम सिंह की हत्या में मदद करने वाले 4 लोगों को 2 कारों के साथ गिरफ्तार कर लिया। बाबा तरसेम की हत्या के लिए 10 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी। वहीं, एसएसपी ऊधम सिंह नगर डॉ. मंजुनाथ टीसी ने फरार चल रहे बाबा के हत्यारों पर 50 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया है।

मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी उधम सिंह नगर ने बताया कि दिनांक 28/03/2024 को अज्ञात बाईक सवारों ने डेरा कार सेवा नानकमत्ता के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। उक्त घटना के खुलासे के लिए उनके द्वारा 11 टीमों का गठन किया गया तथा घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया गया।

एसआईटी द्वारा की गई जांच के उपरांत यह तथ्य प्रकाश में आया कि घटना को जिन दो लोगों के द्वारा कारित किया गया है, उनमें से एक व्यक्ति की पहचान सर्वजीत सिंह पुत्र स्वरूप सिंह, निवासी तरनतारण, पंजाब,के रूप में हुई और दूसरे व्यक्ति की शिनाख्त अमरजीत उर्फ बिट्टू उर्फ गंडा पुत्र सरदार सुरेंद्र सिंह निवासी नगली फतेहगढ़, चूड़ियां रोड, थाना कम्मो, जिला अमृतसर पंजाब के रूप में हुई है। यह भी जानकारी मिली कि उपरोक्त दोनों व्यक्ति दिनांक 19/3/2024 को गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब में कमरा लेकर रुके हुए थे। सर्वजीत सिंह के बारे में जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि यह व्यक्ति पूर्व में कई अपराधिक गतिविधियों में लिप्त था और इसके आपराधिक इतिहास की जानकारी करने पर इसके विरुद्ध लगभग एक दर्जन अभियोग गम्भीर धाराओं में पंजीकृत होना पाया गया।

मैन्युअल इनपुट और इलेक्ट्रानिक सर्विलांस के आधार पर ज्ञात हुआ कि दोनों अभियुक्तों के द्वारा घटना में प्रयुक्त मोबाइल नंबर और मोबाइल फोन दिनांक 14/3/2024 को कस्बा तिलहर जनपद शाहजहांपुर से खरीदे गए थे। प्राप्त मोबाइल नंबरों के आधार पर अभियुक्तों के पुराने नंबर प्राप्त हुए, जिनके विश्लेषण के उपरांत यह जानकारी मिली कि उपरोक्त दोनों अभियुक्त जनपद शाहजहांपुर, तहसील पुवायां के ग्राम कबीरपुर निवासी दिलबाग सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह एवं बलकार सिंह, सतनाम सिंह, परगट सिंह, हरविन्द्र सिंह उर्फ पिंदी आदि के सम्पर्क में थे।

उपरोक्त लोगों द्वारा कुछ अन्य महत्वपूर्ण लोगों के कहने पर गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब स्थित डेरा कार सेवा एवं तराई क्षेत्र के अन्य महत्वपूर्ण डेरों के प्रबंधन अपने वर्चस्व में लेने के आशय से बाबा तरसेम सिंह की हत्या की योजना बनाई गयी थी। योजना के अनुसार दिलबाग सिंह और उसके साथियों ने एक सुनियोजित तरीके से पेशेवर अपराधियों सबरजीत सिंह तथा अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू को 10 लाख रुपये की सुपारी दी गई। और 1,60,000 रुपए एडवांस दे दिए।

उपरोक्त दोनों सरबजीत सिंह तथा अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू ने 19/3/2024 को नानकमत्ता गुरुद्वारा साहिब की सराय में कमरा किराए पर लिया गया और निरंतर वहीं पर रहकर और घूम फिर कर बाबा तरसेम सिंह के प्रतिदिन की दिनचर्या की जानकारी की गई और इसके उपरांत इन दोनों ने नानकमत्ता गुरुद्वारा साहिब के एक कर्मचारी अमनदीप सिंह उर्फ काला पुत्र कुलदीप सिंह, निवासी बरा जगत, थाना अमरिया, जिला पीलीभीत को अपने प्रभाव में लेकर व लालच देकर उसकी सहायता से दिनांक 28/3/2024 को बाबा तरसेम सिंह की सही-सही लोकेशन ज्ञात कर ली और उसके बाद सराय से निकलकर डेरा कार सेवा में जाकर बाबा तरसेम सिंह को गोली मार दी।

बाबा तरसेम की हत्या करने के बाद ये दोनों सीधे दिलबाग सिंह, निवासी ग्राम कबीरपुर, तहसील पुआयाँ, जिला शाहजहांपुर के घर पर पहुंचे और वहां से सपारी के 5 लाख रुपये लिए और फिर अभियुक्त दिलबाग की सहायता से फरार हो गये ।

जांच के बाद पुलिस ने अभियुक्त गण
1. दिलबाग सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह निवासी ग्राम कबीरपुर थाना निगोही जिला शाहजहांपुर
2. अमनदीप सिंह उर्फ काला पुत्र कुलदीप सिंह निवासी बरा जगत, थाना अमरिया, जिला पीलीभीत
3. हरमिंदर ऊर्फ पिंदी पुत्र मलकीत सिंह निवासी रणधीरपुर, थाना तिलहर जिला शाहजहांपुर तथा
4. बलकार सिंह पुत्र दर्शदा निवासी ग्राम बाधे कंजा, थाना करेली, जिला पीलीभीत को विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया गया।

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