बड़ी खबर : मुलायम सिंह यादव के समधी हुए भाजपा में शामिल

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लखनऊ (महानाद) : उ.प्र. चुनाव के एलान के बाद से नेताओं का पार्टियों को छोड़ने और शामिल होने का खेल जारी है। कल योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा छोड़ दी थी। उनके सपा में शामिल होने की अटकले हैं तो आज भाजपा ने सपा पर काउंटर अटैक करते हुए मुलायम सिंह यादव के समधी और फिरोजाबाद की सिरसागंज सीट से विधायक हरिओम यादव को भाजपा में शामिल कर लिया। दूसरी ओर सहारनपुर के बेहट से कांग्रेस विधायक नरेश सैनी और सपा के पूर्व विधायक धर्मपाल यादव ने भी आज भाजपा का दामन थाम लिया।
बता दें कि मुलायम सिंह यादव के समधी हरिओम यादव सिरसागंज सीट से विधायक हैं। फिलहाल वे समाजवादी पार्टी से निलंबित चल रहे हैं। फरवरी 2021 में उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था।
विदित हो कि हरिओम यादव की बड़ी पहचान है कि वे मुलायम सिंह यादव के समधी हैं। हरिओम यादव के सगे भाई रामप्रकाश नेहरू की बेटी मृदुला यादव का विवाह मुलायम सिंह यादव के भतीजे (मुलायम सिंह यादव के बड़े भाई रतन सिंह यादव के पुत्र रणवीर सिंह यादव) से हुआ था। रणवीर सिंह यादव की मृत्यु के पश्चात सैफई महोत्सव रणवीर सिंह की स्मृति में मनाया जाता है। रणवीर सिंह और मृदुला यादव के पुत्र तेजवीर यादव उर्फ तेजू है जो मैनपुरी के पूर्व सांसद रहे हैं और मुलायम और अखिलेश के करीबी है।
जिला पंचायत चुनाव में हरिओम यादव ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा की मदद की थी। यही वजह है कि फिरोजाबाद जैसी सीट पर भाजपा ने जीत का परचम फहराया था। हरिओम यादव फिरोजाबाद में सपा के मजबूत स्तंभ थे लेकिन उनकी प्रोफेसर रामगोपाल यादव से कभी नहीं बनी। दूसरी तरफ वे शिवपाल यादव के बेहद करीबी रहे हैं, लेकिन शिवपाल यादव के सपा में वापस जाने के बावजूद हरिओम यादव सपा के बजाय भाजपा में शामिल हुए।
बता दें कि हरिओम यादव वर्ष 2002 में समाजवादी पार्टी के टिकट से चुनाव लड़े और 18,364 वोटों से जीत हासिल की। दूसरे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी के विमल कुमार रहे थे। वर्ष 2012 में हरिओम यादव ने समाजवादी पार्टी की टिकट पर 85,517 वोट से जीत हासिल की। तब दूसरे स्थान पर बहुजन समाज पाटी्र के अतुल प्रताप सिंह रहे थे। इसके बाद 2017 विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट से 11,000 वोटों से जीते थे। तब दूसरे स्थान पर बसपा के राघवेंद्र सिंह रहे। हरिओम यादव की पत्नी रामसखी यादव तथा पुत्र विजय प्रताप सिंह यादव इस समय जिला पंचायत सदस्य हैं।
2021 में हुए जिला पंचायत चुनाव में भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी रही हर्षिता सिंह की हरिओम यादव ने मदद की थी और अपने परिवार के छह जिला पंचायत सदस्य के वोट भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में डलवाए थे। जिस कारण सपा जिला पंचायत का चुनाव हार गई थी। जिस कारण उन्हें सपा से 6 वर्ष के लिए निलंबित कर दिया गया।

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