बहराइच (महानाद) : यूपी के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के मुख्य आरोपी सरफराज और उसके साथी तालिब का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया। पुलिस ने दोनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है जबकि उनके 3 और साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। हिंसा के दोनों मुख्य आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे।
एसपी बहराइच ने जानकारी देते हुए कहा है कि पुलिस ने वृंदा शुक्ला ने बताया कि दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में एक युवक रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। रामगोपाल की हत्या के मुख्य आरोपी तालिब और सरफराज नेपाल भागने की फिराक में थे। जिन्हें पुलिस ने नेपाल सीमा के पास हांडा बसेहरी नहर पर घेर लिया। जिस पर दोनों ने पुलिस पर फायर कर दिये। बदले में पुलिस ने भी उन पर फायर किये जिसमें दोनों घायल हो गये। पुलिस ने कुल 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं।
आपको बता दें कि बहराइच जिले के महाराजगंज में रविवार को मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के लिए एक जुलूस निकाला गया था। इस बीच, विशेष समुदाय की तरफ से जुलूस में तेज आवाज में धार्मिक गाना बजाये जाने पर आपत्ति जताई गई। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया और दोनों समुदायों ने एक-दूसरे पर हमले किए। इस दौरान बड़े पैमाने पर सार्वजनिक संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया गया, जिससे पूरा बहराइच हिंसा की आग में जल उठा। हमलावरों ने कई दुकानों को भी आग के हवाले कर दिया।
इस दौरान हमलावरों ने रामगोपाल मिश्रा को मौत के घाट उतारने से पहले उसे बेरहमी से पीटकर अधमरा कर दिया। इसके बाद उस पर धारदार हथियार से वार किए। उसके चेहरे, गले और सीने पर छर्राे के करीब 35 निशान मिले हैं। घटना से जुड़े कुछ वीडियो भी सामने आए हैं, जिनमें अब्दुल हमीद की छत पर चार-पांच लोग नजर आ रहे हैं। जहां कुछ समय बाद रामगोपाल को गोली मारी गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, बहुत ज्यादा खून बहने और करंट लगने की वजह से रामगोपाल की मौत हुई है। हमलावरों ने बर्बरता की सारी हदें पार करते हुए उसके पैरों के नाखून भी निकालकर उसके आंखों के पास किसी नुकीली वस्तु से हमला कर दिया था।