चारधाम यात्रा- 2022 हेतु स्वस्थ्य एवं सुरक्षित यात्रियों को दिशानिर्देश (Advisory)
- स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत ही यात्रा के लिए प्रस्थान करें।
- पूर्व से बीमार व्यक्ति अपने चिकित्सक का परामर्श पर्चा एवं चिकित्सक का संपर्क नम्बर अवश्य साथ रखें।
- अति वृद्ध एवं बीमार व्यक्तियों एवं पूर्व में कोविड से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यात्रा पर न जाना या कुछ समय के लिए स्थगित करना उचित होगा।
- गर्म एवं ऊनी वस्त्र साथ में अवश्य रखें।
- हृदय रोग, श्वसन रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप से ग्रस्त रोगी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाते समय विशेष सावधानी बरते।
- उपरोक्त बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति पर्याप्त मात्रा में दवाईयां साथ रखे एवं चिकित्सक द्वारा लिखी गयी दवाईयों एवं परामर्श पर्ची यात्रा के दौरान अपने साथ रखें।
- लक्षण जैसे- सिर दर्द होना, चक्कर आना, घबराहट का होना, दिल की धड़कन तेज होना, उल्टी आना, हाथ-पांव व होठों का नीला पड़ना, थकान होना, सांस फूलना, खाँसी होना अथवा अन्य लक्षण होने पर तत्काल निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र पहुँचे एवं 104 हैल्पलाईन नम्बर पर सम्पर्क करें।
- धूम्रपान व अन्य मादक पदार्थों के सेवन से परहेज करें।
- सनस्क्रीन एसपीएफ 50 का उपयोग अपनी त्वचा को तेज धूप से बचाने के लिए करें।
- यू०वी किरणों से अपनी आंखों के बचाव हेतु सन ग्लासेस / पोलराईज ग्लासेस का उपयोग करें।
- यात्रा के दौरान पानी पीते रहे और भूखे पेट ना रहे।
- लम्बी पैदल यात्रा के दौरान बीच-बीच में विश्राम करें। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में व्यायाम से बचें।
- किसी भी स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी हेतु 104 हैल्पलाईन नम्बर पर सम्पर्क करें।
- एम्बुलेंस हेतु 108 हैल्पलाईन नम्बर पर सम्पर्क करेंगे।
वहीं बताया जा रहा है कि चार धाम यात्रा पर 20 लोगों की मौत के बाद उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। चार धाम यात्रा पर 20 लोगों की मौत के बाद पीएमओ ने भी रिपोर्ट मांगी है। जिसके बाद उत्तराखंड स्वास्थ विभाग सभी हुई मौतों के कारण और इस पर रिपोर्ट बनाने में जुटा हुआ है। माना जा रहा है कि सबसे ज्यादा प्रभावित बीमार और बुजुर्ग श्रद्धालु है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने गाइडलाइन जारी की है।