मीडिया रिपोर्टस के अनुसार बीजेपी अनुसूचित मोर्चा के गढ़वाल मंडल संयोजक जगजीवन राम के भाई रोहित कुमार ने बताया कि उनके भाई लंबे समय से भू-माफियाओं से लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि करीब 100 करोड़ का घोटाला है, जिसके खिलाफ वह लंबे समय से संघर्षरत हैं। कार्रवाई न होने पर वह 10 दिसंबर, 2021 को आत्मदाह के लिए रूड़की तहसील में पेड़ पर चढ़े थे। तब प्रशासन की ओर से दो महीने में कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था, लेकिन चार माह बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर जगजीवन राम ने दोबारा 16 अप्रैल को आत्मदाह की चेतावनी दी थी। लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
जगजीवन राम के भाई रोहित कुमार ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस-प्रशासन भू-माफियाओं के दबाव में आकर ये कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि रुड़की कोतवाली पुलिस सुबह उनके कनखल स्थित आवास पर पहुंची और अभद्रता करते हुए उनके भाई जगजीवन राम को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद आनन-फानन में उनका मेडिकल करवाकर जेल भेज दिया। ऐसे में उन्होंने प्रदेश से पलायन की चेतावनी दी है। आज रोहित अपने अन्य परिजनों के साथ धरने पर बैठ गए है। और सभी सदस्यों को जेल भेजने की मांग कर रहे है।