नई दिल्ली (महानाद) : भारत द्वारा अपने आतंकी ठिकानों का मटियामेट करने से बौखलाये पाकिस्तान ने भारत के 15 शहरों में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश की, जिसे भारतीय वायुसेना ने एस-400 सिस्टम के इस्तेमाल से नाकाम कर दिया। रूस में बने इस सिस्टम को ‘एस-400 सुदर्शन चक्र’ नाम दिया गया है, जो 400 किमी तक की दूरी तक मार कर सकता है।
आपको बता दें कि 7/8 मई की रात्रि को पाकिस्तान ने भारत के 15 शहरों में स्थित सैन्य ठिकानों को निशाने बनाने की कोशिश की, जिसे वायुसेना ने नाकाम कर दिया। भारत ने पहली एस-400 सिस्टम का इस्तेमाल किया है। यह नाम रूस में बने एस-400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम और भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र को मिलाकर बनाया गया है। सुदर्शन चक्र बहुत तेज, सटीक और शक्तिशाली माना जाता है।
एस-400 ट्रायम्फ रूस की अल्माज़-एंटे कंपनी ने बनाया है। यह एक आधुनिक मिसाइल सिस्टम है। यह हवा में मौजूद खतरों को पहचान सकता है। जैसे कि हवाई जहाज, ड्रोन, क्रूज मिसाइल और बैलिस्टिक मिसाइल। यह सिस्टम 400 किलोमीटर तक की दूरी तक मार कर सकता है। यह मिसाइल की क्षमता पर निर्भर करता है। इसका रडार 600 किलोमीटर दूर तक के लक्ष्य को भी देख सकता है। यह बहुत तेज गति से लक्ष्यों को भेद सकता है।
एस-400 सिस्टम की सबसे बड़ी खासियत इसकी बहुस्तरीय रक्षा प्रणाली है, जो एक साथ कई प्रकार के हवाई खतरों जैसे फाइटर जेट, ड्रोन, क्रूज़ मिसाइल और यहां तक कि बैलिस्टिक मिसाइल कृको भी 400 किलोमीटर की दूरी से नष्ट कर सकती है। यह सिस्टम एक समय में 80 टारगेट्स को ट्रैक और 36 पर एक साथ निशाना साध सकता है।
वहीं, भारत ने ड्रोंन हमले कर पाकिस्तान के चीनी एयर डिफेंस सिस्टम एचक्यू-9 को गंभीर नुकसान पहुंचायाचीन का ये दावा कि ये एयर डिफेंस सिस्टम एईएसए रडार, मल्टी-ट्रैकिंग और मल्टी-टारगेट एंगेजमेंट क्षमता है, वो फेल हो गया है।