सावन के पहले सोमवार को नीलकंठ में आए हजारों कांवड़ियों की भीड़ पर फिलहाल ब्रेक लग गया है। आज से शुरू हुए पंचक की वजह से कांवड़ियों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। राम झूला लक्ष्मण झूला ऋषिकेश में आने वाले कांवड़ियों के वाहनों की संख्या भी काफी कम है। जिससे पुलिस ने थोड़ी राहत की सांस ली है। जगह-जगह पुलिस फिर भी व्यवस्था बनाने में जुटी हुई है। ऋषिकेश के पंडित गौरव शास्त्री ने बताया कि पंचक में शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। पंचक के दौरान शिव भक्त अपने घरों से कावड़ लेकर भी गंगा जल लेने नहीं निकलते है।
यही वजह है कि पंचक के दौरान कावड़ यात्रा धीमी रहती है। इस बार अग्नि पंचक 23 जुलाई से शुरू होकर 27 जुलाई तक रहेंगे। टिहरी के एसएसपी नवनीत सिंह और पौड़ी के एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि 27 जुलाई की रात से पैदल कावड़ियों के साथ डाक कावड़ भी लाखों की संख्या में आने की उम्मीद है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा व्यवस्थाओं के पुख्ता प्रबंध रहे इस पर पुलिस का फोकस बना हुआ है।