हरिद्वार (महानाद) : हरिद्वार लोकसभा सीट से निर्दल चुनाव लड़ रहे उमेश कुमार पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा प्रत्याशी त्रिवेन्द्र सिंह रावत की गाड़ी पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगा है। पुलिस ने त्रिवेन्द्र रावत के पीएसओ की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा प्रत्याशी त्रिवेन्द्र रावत के पीएसओ अरुण कुमार पुत्र मनोरथ प्रसाद बहुखंडी ने थाना भगवानपुर, हरिद्वार पुलिस को तहरीर देकर बताया कि दिनांक 16/04/2024 दिन मंगलवार शाम करीब 3.41 बजे भाजपा लोकसभा हरिद्वार प्रत्याशी त्रिवेन्द्र सिंह रावत अपनी गाड़ी से भगवानपुर प्रचार-प्रसार के लिये आ रहे थे। जिसकी पूर्व सूचना प्रशासन व निर्दल प्रत्याशी उमेश कुमार को थी।
अरुण कुमार ने बताया कि उमेश कुमार त्रिवेन्द्र सिंह रावत से रंजिश रखता है और उसने एक सोची समझी साजिश के तहत गागलहेड़ी चौक, शहीद ललित स्मारक, भगवानपुर में 200 गाड़ियों के काफिले के साथ उमेश कुमार पहुँचा और अपने गुन्डों को इशारा कर पहले त्रिवेन्द्र सिंह रावत की गाडी पर पर्चे फेंके और फिर जान से मारने की नीयत से हमला करवा दिया। जिसमें त्रिवेन्द्र सिंह रावत पीएसओ अरुण कुमार, ड्राईवर गौरव कुमार व भाजपा कार्यकर्ता दिनेश केमवाल को गम्भीर रूप से चोटें आयीं। उन गुण्डों के पास अवैध हथियार भी थे।
अरुण कुमार ने बताया कि इसी बीच जब सुबोध राकेश बीच बचाव करने का प्रयास कर रहे थे। तो उनके साथ भी उमेश कुमार के गुण्डों द्वारा गाली गलौच व जाति सूचक शब्दों से भारी भीड़ के सामने लज्जित किया गया। उमेश कुमार अपनी गाड़ी से ऐसा करने के लिए अपने गुण्डों को उकसा रहा था।
अरुण कुमार ने बताया कि उमेश कुमार एक आपराधिक पृष्ठभूमि का व्यक्ति है और गुण्डा गर्दी के बल पर चुनाव को प्रभावित कर रहा है। जो आदर्श आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन है। वह (अरुण कुमार) एक सरकारी कर्मचारी है और उस पर जानलेवा हमला सरकारी कार्यों के दायित्व निर्वहन के दौरान किया गया है। जो कि गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। इस वारदात के सैकड़ों चश्मदीद गवाह, सुबोध राकेश, सुशील व्यागी, जेपी ध्यानी, संतोष सती, सुधीर अग्रवाल, रविन्द्र कुमार आदि हैं।
अरुण कुमार की तहरीर के आधार पर पुलिस ने उमेश कुमार व अज्ञात के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 188, 323, 332, 353, 504 आईपीसी तथा 3;1द्ध ध एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच एएसपी/सीओ विवेक कुमार के सुपुर्द की है।