उत्तराखंड में मानसून की शुरूआत होते ही आपदा की खबरें आने लगी है। ऐसे में आपदा से निपटाने लिए शासन ने बड़ी कवायद शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि देहरादून से सटे तहसील मुख्यालय चकराता से करीब आठ किमी दूर स्थित बिरमौ कांडी में हेलीपोर्ट का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए टेंडर जारी किया गया है। इस हेलीपोर्ट के निर्माण से लाभ मिलेगा।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार शासन ने बिरमौ कांडी में हेलीपोर्ट को विकसित करने के लिए करीब 93 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया है। बताया जा रहा है कि यह क्षेत्र पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश और पड़ोसी जिले उत्तरकाशी और टिहरी से लगता हुआ है। ऐसे में यहां हेलीपोर्ट निर्माण से राहत बचाव कार्य में लाभ मिल सकेगा। जौलीग्रांट एयरपोर्ट से अब महज 15 मिनट में चकराता पहुंचा जा सकेगा।
बताया जा रहा है कि जिला प्रशासन ने हेलीपोर्ट निर्माण के लिए खत सेली के बिरमोऊ कांडी में 2.730 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध कराने की बात कही थी। ऐसे में राजकीय हेलीकॉप्टर से किए गए प्रस्तावित स्थल के हवाई सर्वेक्षण में स्थान उपयुक्त पाया गया। जिसके बाद हेलीपोर्ट के निर्माण की कवायद शुरू कर दी गई है। फिलहाल हेलिपोर्ट में दो हेलिकॉप्टर के उतरने की व्यवस्था होगी। निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग को बनाया है। लोनिवि ने निर्माण के लिए टेंडर जारी कर दिया है।