सलीम अहमद
रामनगर (महानाद) : ढेला रेंज में एक बाघ का शव मिलने से कार्बेट प्रशासन में हड़कंप मच गया।
बता दें कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला रेंज में गश्त कर रहे वन कर्मियों ने एक बाघ को मृत अवस्था में देखा। आनन फानन में उसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई। सूचना मिलते ही पार्क निदेशक राहुल चिकित्सकों की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने बाघ के शव को पोस्टमार्टम हेतु कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी।
बाघ की मौत के मामले में पार्क निदेशक राहुल का कहना है कि बाघों के आपकी संघर्ष के चलते ही इस बाघ की मौत हुई। मौत के सही कारणों का पता पोस्टमार्टम होने के बाद ही चल पायेगा। अब सोचने वाली बात यह है कि लगातार हो रही बाघों की मौत का जिम्मेदार आखिर कौन है। विभागीय अधिकारी मौत का कारण आपसी संघर्ष बताकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।
जिस बाघ की मौत हुई है उसके शव का शव कुछ हिस्सा अन्य जानवरों द्वारा खाया गया है। जिसका मतलब है कि उसकी मौतको काफी समय हो गया था। परंतु पार्क प्रशासन के अधिकारी या कर्मचारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। अब देखना है कि बाघों को बचाने के लिए पार्क के जिम्मेदार अधिकारी क्या कदम उठाते हैं?