नजीबाबाद (महानाद) : लव मैरिज के बाद जब आपस में झगड़े होने लगे तो एक पत्नी ने अपने पति से निजात पाने और उसकी सरकारी नौकरी हथियाने के चक्कर में अपने पति की हत्या कर दी।
आपको बता दें कि ग्राम मुकरन्दपुर, पोस्ट झालू, थाना हल्दौर, जिला बिजनौर निवासी दीपक कुमार पुत्र स्व. सुभाष चन्द रेलवे में टेक्नीशियन के पद पर रेलवे स्टेशन नजीबाबाद पर नियुक्त था और लगभग 1.5 महीने से अपनी पत्नी शिवानी व 6 महीने के पुत्र के साथ नजीबाबाद के मौहल्ला आदर्शनगर में किराये पर रह रहा था।
दिनांक 04.04.2025 की दोपहर के लगभग 1 बजे दीपक की पत्नी शिवानी ने दीपक के भाई मुकुल उर्फ पीयूष कुमार को फोन करके बताया कि दीपक कुमार को दिल का दौरा पड़ गया है, जिसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले गये, जहाँ डाक्टर ने दीपक को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची नजीबाबाद पुलिस ने पंचायतनामा कर मृतक का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम में दीपक कुमार की मृत्यु गला दबाने से पायी गयी। घटना के सम्बंध में मृतक के भाई मुकुल उर्फ पीयूष कुमार ने तहरीर दी कि उसके भाई की मृत्यु में उसकी भाभी शिवानी व किसी अज्ञात व्यक्ति का हाथ है। जिस पर मृतक की पत्नी शिवानी व अज्ञात के विरुद्ध बीएनएस की धारा 103 (1) के तहत मुकदमा दर्ज कर मृतक की पत्नी शिवानी उर्फ जूली पुत्री नरेन्द्र शर्मा उर्फ नन्हें निवासी ग्राम चौहड़पुर, नहटौर को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई।
पूछताछ के दौरा शिवानी उर्फ जूली ने बताया कि शिवानी और दीपक के बीच लगभग 5-6 वर्ष से प्रेम प्रसंग था। वर्ष 2021 में दीपक सीआरपीएफ में भर्ती हो गया था, जिस कारण उसके परिवार वाले दीपक से शादी करने से मना करते थे। करीब 2 साल पहले दीपक की रेलवे विभाग में टैक्नीशियन के पद पर नौकरी लग गई थी तथा नजीबाबाद मे पोस्टिंग हो गई थी, तब जनवरी-2024 में शिवानी व दीपक की लव मैरिज हुई थी, जिससे उसे एक बेटा पैदा हुआ था, जिसकी उम्र लगभग 6 माह है। शिवानी अपनी ससुराल में नहीं रहना चाहती थी और इसी बात को लेकर उसका अपनी सास व पति से झगड़ा होता रहता था। शिवानी के दबाव बनाने पर दीपक ने लगभग डेढ माह पहले मौ. आदर्शनगर, नजीबाबाद में किराये पर कमरा लिया था। दीपक को शक था कि शिवानी के सम्बंध किसी अन्य व्यक्ति के साथ है, जिस कारण शिवानी उसकी बात नहीं मानती है। दीपक शिवानी को ससुराल में ही रहने के लिये कहता था, जिस कारण दोनों में अक्सर लड़ाई-झगड़ा व मारपीट होती थी।
दिनांक 04.04.2025 को दीपक ने शिवानी को गांव चलने के लिये कहा था, इसी को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ। जिस पर शिवानी ने दीपक की हत्या कर उसकी नौकरी हड़पने की योजना बनायी। जब कभी दीपक डबल ड्यूटी करके आता था तो सोने के लिए नींद की दवाई ले लेता था, जो उसके बैग मे ही रखी रहती थी। दिनांक 04.04.2025 की सुबह शिवानी ने दीपक के बैग से उसकी नींद की 4 टैबलेट निकालकर व्रत में खाने के मखाने व पापड़ के समय चाय में घोलकर दीपक को पिला दी। दीपक पूजा के लिए बैठा तथा नशे मे होकर पीछे गिर गया तो शिवानी ने दीपक के सीने पर बैठकर अपने हाथों से उसका गला दबा दिया जिससे दीपक की मौके पर मृत्यु हो गई।
घटना को छिपाने के उद्देश्य से करीब आधे घण्टे बाद शिवानी ने शोर मचाते हुए अपनी मकान मालकिन को बुलाया और बहाना बनाया कि दीपक बैठे-बैठे बेहोश हो गये हैं, जोकि कुछ देर पहले सीने में दर्द बता रहे थे तो उसने गर्म पानी पीने के लिए दिया था। दीपक को दिल का दौरा पड़ गया है। इसके बाद शिवानी ने दीपक के परिजन, रिश्तेदार व स्टाफ के लोगों को फोन करके बता दिया कि दीपक को दिल का दौरा पड़ा है, जिससे दीपक की मृत्यु हो गयी है। किन्तु पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दीपक की मृत्यु का कारण गला दबने से होना पाया गया।
पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक नजीबाबाद जयभगवान सिंह, हे.कां. भारत मलिक, अनिल राठी, सीमा, प्रीति तथा गौरव शामिल थे।