विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद): वाहनों की फिटनेस प्राइवेट कंपनी से कराने और वह भी काशीपुर से 70 किमी. दूर बगबाड़ा, रुद्रपुर में होने से नाराज ट्रांसपोर्टरों ने एआरटीओ कार्यालय काशीपुर में प्रदर्शन किया। एआरटीओ के न मिलने से निराश ट्रांसपोर्टर अब वन विकास निगम अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी से मिलने पहुंचे और उन्हें ज्ञापन देकर उक्त परेशानी से निजात दिलाने की मांग की।
एआरटीओ कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए दीक्षिब बस सर्विस के स्वामी प्रवीण दीक्षित ने बताया कि सरकार द्वारा वाहनों के फिटनेस की जिम्मेदारी एक प्राइवेट कंपनी को दे दी गई है। जिसका कार्यालय बगबाड़ा रुद्रपुर में स्थित है। अब जिले के वाहनों को अपनी फिटनेस कराने यहां से 70 किमी दूर जाना पड़ेगा जिससे वाहन स्वामियों का समय और पैसा दोनों ज्यादा खर्च होंगे। वहीं उन्होंने कहा कि ई-रिक्शा, टेम्पो और स्कूलों में लगी बसों को भी रुद्रपुर जाना होगा। जबकि उनके पास लोकल परमिट होता है। ऐसे में यदि वे रुद्रपुर फिटनेस कराने जायेंगे तो रास्ते में आरटीओ उनके चालान काट सकते हैं।
दीक्षित ने कहा कि जब काशीपुर में एआरटीओ दफ्तर है तो कंपनी को अपना ऑफिस काशीपुर में ही खोलना चाहिए और यहीं पर वाहनों की फिटनेस करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का कोई भी वाहन स्वामी अपनी फिटनेस कराने रुद्रपुर नहीं जायेगा।
वहीं उन्होंने विभाग द्वारा जीपीएस सिस्टम लगवाये जाने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि विभाग अपनी मर्जी से जीपीएस सिस्टम लगवा रहा है जिसकी कीमत 8500 रुपये वसूली जा रही है। जबकि बाजार में 2500-3000 रुपये कीमत में जीपीएस सिस्टम उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि जीपीएस सिस्टम गाड़ी की सुरक्षा के लिए है। यह वाहन स्वामी की मर्जी है कि वह कौनसा जीपीएस सिस्टम लगवाये। विभाग को इसमें दखल नहीं देना चाहिए।
इस मौके पर लक्की, हिमांशु सक्सैना, वरुण दीक्षित, रमेश अरोरा, रवि चौहान, हरजीत सिंह, गुरबाज सिंह, राजकुमार भट्ट, मगरूफ आदि मौजूद थे।