गढ़वाल। उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में मुख्य आरोपित पुलकित आर्य समेत तीनों आरोपितों पर गैंगस्टर कोर्ट में आरोप तय किए गए हैं। एसआईटी की जांच से पता चला कि 19 जुलाई 2022 को अचानक गायब हुई युवती पर पुलकित, सौरभ भास्कर और अंकित किसी वीआईपी को सेवाएं देने का दबाव बना रहे थे। अंकिता की हत्या के बाद तीनों के खिलाफ गिरोह बनाकर अपराध करने के संबंध में लक्ष्मण झूला थाने में गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया गया था। इनमें पुलकित आर्य पर तीन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। जबकि, बाकी दोनों पर एक-एक मुकदमा दर्ज है। अंकिता भंडारी लक्ष्मण ऋषिकेश के वनंतरा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करती थी। 19 जुलाई 2022 को वह अचानक रिसॉर्ट से गायब हो गई। रिसॉर्ट के मालिक पूर्व दर्जाधारी के बेटे पुलकित आर्य की अंकिता ने इससे पहले शिकायत भी की थी लेकिन राजस्व पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई।
इसके बाद मामला राजस्व पुलिस से हटाकर रेगुलर पुलिस के लक्ष्मण झूला थाने को ट्रांसफर कर दिया गया। सरकार ने इस मामले में एक एसआईटी का गठन कर दिया। एसआईटी की जांच में पता चला कि पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकित अंकिता भंडारी पर किसी वीआईपी को सेवाएं देने का दबाव बना रहे थे।
मगर अंकिता ने ऐसा करने से मना किया तो ये तीनों उसे चीला नहर के किनारे ले गए। पुलिस जांच में सामने आया कि तीनों नहर किनारे अंकिता भंडारी से बात कर रहे थे। इसी दौरान अंकिता भंडारी ने पुलकित आर्य का मोबाइल नहर में फेंक दिया। इस पर गुस्सा हुए पुलकित ने अंकिता भंडारी को नहर में धक्का दे दिया। सौरभ भास्कर और अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता पर अंकिता भंडारी की हत्या का मुकदमा दर्ज है। न्यायालय ने पाया कि यह अपराध इन्होंने सोची समझी साजिश और समाज में भय व्याप्त करने के लिए किए हैं। ऐसे में इन पर गैंगस्टर एक्ट के आरोप तय किए गए।I