सलीम अहमद
रामनगर (महानाद): पुलिस ने गोविन्द की हत्या का खुलासा करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गोविन्द की हत्या पेड़ों के पैसे मांगने पर की गई थी।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी सिटी हरबंस सिंह ने बताया कि दिनांक 08.10.2023 को गोविन्द सिंह फर्त्याल पुत्र भूपाल सिंह निवासी किशनपुर छोई का शव ग्राम किशनपुर छोई में पनचक्की के पास नहर पर ताश से बरामद किया गया था। मृतक के शरीर पर कपड़े नहीं थे तथा शरीर पर जगह-जगह चोटों के निशान थे, जिससे प्रथम दृष्टया मृतक की हत्या करना प्रतीत हो रहा था। मृतक का पंचनामा व पोस्टमार्टम की कार्यवाही करने के उपरान्त मृतक के पुत्र सौरभ फर्त्याल की तहरीर पर हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर मामले की जांच एसएसआई द्वितीय महेश जोशी के सुपुर्द की गयी।
घटना का अनावरण करने हेतु उच्चाधिकारीगणों के निर्देशन तथा कोतवाल अरुण कुमार सैनी के नेतृत्व में एसएसआई प्रथम मौ. यूनुस तथा विवेचक एसएसआई द्वितीय महेश जोशी को सम्मिलित करते हुए तत्काल पुलिस टीमों का गठन किया गया। उक्त टीमों द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया तथा घटनास्थल के आस पास के दर्जनों व्यक्तियों के बयान लिए गये। आस पास के सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन किया गया तथा घटनास्थल पर डॉग स्कवॉयड को बुलाया गया तथा मोबाइल सर्विलांस हेतु जनपद नैनीताल से एसओजी टीम बुलाकर कार्यवाही प्रारम्भ की गयी।
उक्त पुलिस टीमों के अथक प्रयासों के बाद प्रकाश में आया कि मृतक गोविन्द फर्त्याल के खेत से कुछ दिन पहले किसी ने पेड़ काट दिए थे, मृतक को शक था कि उसके खेत से पेड़ कुन्दन सिंह के भाई संतोष उर्फ सोढ़ी तथा उसके साथियों ने काटे हैं। इस बात से मृतक काफी नाराज था तथा दि. 07.10.2023 को मृतक गोविन्द सिंह कुन्दन सिंह बिष्ट के घर गया था, जहां उसकी कुन्दन से काफी बहस हुयी थी। इस पर तत्काल ही कुन्दन सिंह उपरोक्त के घर पर दबिश दी गयी तो वह घर पर मौजूद नहीं मिला।
पतारसी सुरागरसी करने पर जानकारी मिली कि कुन्दन सिंह बिष्ट नया कोसी पुल, हल्द्वानी बस अड्डे पर है तथा कहीं भागने की फिराक में है। उक्त जानकारी मिलने पर कुन्दन सिंह बिष्ट उर्फ मुन्नू पुत्र खिलाफ सिंह निवासी किशनपुर छोई, रामनगर को तत्काल ही दबिश देकर हल्द्वानी बस अड्डा, रामनगर से गिरफ्तार कर पूछताछ की गयी तो शुरु में वह घटना में शामिल होने से इन्कार करने लगा। परन्तु सख्ती से पूछताछ करने उसने सभी सच्चाई उगल दी।
कुन्दन ने बताया कि गोविन्द फर्त्याल के खेत से कुछ दिन पहले किसी ने पेड़ काट दिए थे, जिसका शक वे गांव के लड़कों पर ही कर रहे थे। वे जिन लोगो पर शक कर रहे थे उनमें एक मेरा भाई संतोष उर्फ सोडी भी था। दिनांक 07.10.2023 को टैम्पू से लगभग 7-7.15 बजे मैं अपने घर पहुंचा। मेरी माँ किचन मे सब्जी काट रही थी तथा हमारे मकान की छत पर गोविन्द फर्त्याल खड़ा था तथा अपमानजनक बातें कर अपने कटे पेड़ो के पैसे मांग रहा था। मैंने उससे गाली गलौज न करने को कहा पर वह नहीं माना तथा मेरे सामने ही मेरी माँ को गाली गलौज करने लगा। माँ को गाली देता देख मुझे अच्छा नहीं लगा और मेरी गोविंद से बहस हो गई। इसी बीच मैंने उसे छत से जहाँ पर वो खड़ा था नीचे को धक्का दे दिया। जिससे गोविंद सीड़ियों पर गिर गया तथा उसे चोट लग गई। मैं डर गया कि हल्ला-गुल्ला कोई सुन न ले तथा मैंने उसे किचन में खींच लिया। हमारा झगड़ा देखकर माँ किचन से अपने कमरे को चली गई थी।
कुन्दन ने बताया कि गोविंद किचन में ही बड़बड़ा रहा था व हमें गालिया दे रहा था। इसी बीच मेरा छोटा भाई भोपाल बिष्ट उर्फ घन्नु जोकि भतरोजखान के होटल में काम करता है, भी घर आ गया था। उसने भी गोविंद को गालियां देते देखा तथा माँ को गाली देने की बात सुनी तो उसे भी गुस्सा आ गया। फिर मैंने व मेरे भाई भोपाल सिंह ने लात घूंसों से गोविन्द को पीटा तथा उसके सिर को फर्श पर पटक दिया जिससे वो अचेत हो गया।
कुन्दन ने बताया कि हम डर गए थे। हमें लगा कि यदि यह ठीक हो गया तो यह हमारी शिकायत करेगा। हम दोनों भाई इसे घसीटते हुए मकान के पीछे की तरफ खेत से होते हुए बरसाती नाले के नीचे नहर के ऊपर ले गये। इस दौरान घसीटने से गोविंद का लोअर व बनियान उतर गयी थी तथा अन्डर वियर भी उतर गया था। फिर मैंने नहर की दीवार पर गोविंद को लेटाकर चैक किया, उसके मुँह पर पानी के छींटे मारे तो गोविंद के शरीर में कोई हलचल नहीं हुई। इस बीच मेरा भाई घन्नु नहर से नीचे कूदकर घर को चला गया तथा मैंने गाविंद की लाश को धक्का देकर नहर में डाल डाल दिया तथा अपने घर को चला गया। हमने गोविंद के शव को नहर में इसलिए डाला ताकि वह पानी के साथ बह जाए तथा किसी को कुछ पता न चले।
कुन्दन के बयान के आधार पर पुलिस ने घटना में शामिल दूसरे अभियुक्त भोपाल सिंह बिष्ठ उर्फ घन्नू पुत्र खिलाफ सिंह निवासी किशनपुर छोई को भी रोडवेज बस अड्डे के अन्दर से गिरफ्तार कर लिया तथा अभियुक्तगणों की निशानदेही पर मृतक के कपड़े, मोबाइल, टॉर्च व लोहे का पाइप बरामद कर दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
पुलिस टीम में कोतवाल अरुण कुमार सैनी, एसआई मौ. यूनुस तथा महेश जोशी, एसआई तारा सिंह राणा, जोगा सिंह, राजवीर सिंह, हे.का. हेमन्त सिंह, नसीम अहमद, कां. विपिन शर्मा, संजय दोसाद, अशोक कुमार, कुन्दन सिंह, बसन्त मेहरा मय डाग कैटी, एसआई सत्यप्रकाश राय, फोरेन्सिक यूनिट रुद्रपुर मय टीम सहित शामिल थे।