हल्द्वानी (महानाद) : रेलवे की जमीन पर अवैध कब्जाधारी घोषित किये गये लोग आज अपने घर बचाने को सड़क पर उतर आये।
बता दें कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन और रेलवे तथा राजस्व विभाग ने वनभूलपुरा क्षेत्र में रेलवे की 29 एकड़ की जमीन से अतिक्रमण हटाने की कवायद शुरु कर दी है। प्रशासन, रेलवे और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने आज से रेलवे भूमि की पिलर बंदी शुरू कर दी। वहीं जैसे ही टीम के क्षेत्र में पहुंची उसका विरोध शुरू हो गया और हजारों लोग कड़ाके की सर्दी के बीच सड़क पर धरने पर बैठ गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
विरोध बढ़ता देख पुलिस ने आस-पास के इलाकों को सील कर दिया। वनभूलपुरा आने वाले सभी रास्ते भी ब्लॉक कर दिए। एडीएम मनीष सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसपी सिटी हरबंस सिंह, एसपी क्राइम जगदीश चन्द्र, सीओ भूपेंद्र धौनी आदि भी मौके पर पहुंच गये। पुलिस अधिकारियों ने लोगों से कहा कि रेलवे सीमांकन का काम हाईकोर्ट के आदेश के बाद शुरू किया जा रहा है। अगर जनता विरोध करेगी तो पुलिस को भी सख्ती दिखानी पड़ेगी।
आपको बता दें कि हाईकोर्ट उत्तराखंड ने प्रशासन को वनभूलपुरा गफूर बस्ती में रेलवे की 29 एकड़ भूमि पर किए गए अतिक्रमण को ध्वस्तीकरण करने के आदेश दिए थे। इस जगह पर लगभग 4,365 अतिक्रमणकारी हैं। टीम पुराने पिलरों की जांच करेगी। जहां पिलर हटाए गए होंगे वहां पेंट से लाल निशान लगाए जाएंगे। इसके बाद अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाएगा।
वहीं, रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाने के दौरान शस्त्रों के दुरुपयोग की संभावना को देखते हुए जिलाधिकारी डीएम धीराज गर्ब्याल ने वनभूलपुरा थाने के एसओ को उस क्षेत्र के सभी लाइसेंसी असलहे जमा करने के आदेश दिए हैं। जिसके बाद वनभूलपुरा क्षेत्र के एसओ ने शस्त्र जमा कराने शुरू करा दिए हैं। वनभूलपुरा क्षेत्र में 246 शस्त्र लाइसेंस हैं।