देहरादून (महानाद) : दुबई में स्थित फर्जी शेल कंपनियों के जरिए लोगों को ऑनलाइन काम कर कमाने का लालच देकर लगभग 18 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोपी को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गिरफ्तार कर लिया। उक्त हरमीत सिंह की 18 राज्यों की पुलिस को तलाश थी।
आपको बता दें कि सन्नी जैन ने साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को शिकायत कर बताया था कि कुछ लोगों ने उससे व्हाट्सएप के जरिए सम्पर्क कर स्वयं को कैरियर बिल्डर कम्पनी के एचआर होना बताकर प्रतिदिन 3-8 हजार रुपये कमाने का लालच देकर जॉब ऑफर कर 2 लिंक भेजकर टेलीग्राम एप डाउनलोड करवाकर व अपने टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर वादी का मोबाईल हैक कर लिया। इसके बादविगत 25 जून 2023 को वादी के फोन पर पहले 30 हजार रुपये कटने का टैक्सट मैसेज आया और फिर उसके खाते से किसी अज्ञात ने 25 जून 2023 को भिन्न-2 ट्रांजेक्शन के माध्यम से कुल 14,18,127 रुपए निकाल लिए।
सन्नी जैन की शिकायत पर कार्रवाइ्र करते हुए साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड, देहरादून पर धारा 420 आईपीसी व 66डी आईटी एक्ट बनाम अज्ञात का अभियोग पंजीकृत कर मामले की जांच साइबर थाने के निरीक्षक देवेन्द्र नबियाल के सुपुर्द की गयी। विस्तृत तकनीकी जांच के बाद संदिग्ध अभियुक्त हरमीत सिंह बेदी पुत्र बलजीत सिंह बेदी निवासी म.नं. 1855, सैक्टर 32ए, चण्डीगढ़ रोड थाना डिविजन नं. 07, लुधियाना, पंजाबका लुधियाना, पंजाब से सम्बन्ध होना पाया गया। जिसमें टीम को सम्बन्धित स्थानों को रवाना किया गया।
पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से साक्ष्य एकत्रित करते हुये उक्त अभियुक्त हरमीत सिंह बेदी को गिरफ्तार कर उसके पास से घटना में प्रयुक्त 3 मोबाईल फोन मय सिम कार्ड, 1 मैक बुक एयर, 1 यस बैंक का चैक व एक मोहर बरामद किये गये। अभियुक्त उक्त कार्य हेतु फर्जी सिम, आईडी कार्ड तथा फर्जी खातों का प्रयोग कर अपराध कारित करते थे। जबकि टेलीग्राम चैनल का संचालन दुबई से किया जा रहा है।
पूछताछ के दौरान हरमीत ने बताया कि वह लोगों से दोस्ती करता था और फर्जी अकाउंट खोलता था। पी2पी क्रिप्टो ट्रेडिंग में विवादित पैसा भी लगाया। मामले के प्रारंभिक विश्लेषण में न्यूनतम 18 करोड़ का घोटाला सामने आया है।
पुलिस टीम में निरीक्षक देवेन्द्र नबियाल, एसआई आशीष गुसांई, हेड कांस्टेबल प्रमोद कुमार, कांस्टेबल सोहन बडोनी, नितिन रमोला, अनिल कुमार शामिल थे।