Uttarakhand News: उत्तराखंड में मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटिक साबित हो रही है। पहाड़ों पर बादल जमकर बरस रहे है। नदियां उफान पर है। भूस्खलन से कई सड़के बाधित है। तो वहीं बड़ी खबर कोटद्वार से आ रही है। यहां नदी के उफान पर आने के कारण शुक्रवार सुबह करीब 6:00 बजे सुखरो नदी पर बने पुल का एक पिलर धंसने लगा जिससे पुल क्षतिग्रस्त हो गया। प्रशासन ने पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही रुकवा दी है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार कोटद्वार क्षेत्र में बीते वर्ष रिवर ट्रेनिंग के नाम पर हुए खनन की भेंट सुखरो नदी का पुल भी चढ़ गया है। बताया जा रहा है कि नदी के उफान पर आने से पुल धंसने लगा है। रिपोर्टस की माने तो बीते वर्ष कोटद्वार क्षेत्र में जहां राजस्व विभाग की ओर से सुखरो नदी में रीवर ट्रेनिग के पट्टे जारी किए गए, वहीं मालन व सुखरो नदियों में वन क्षेत्र के अंतर्गत रीवर चैनेलाइजेशन के नाम पर खनन किया गया। वन महकमे के अधिकारी वन भूमि पर धड़ल्ले से चल रहे खनन को देखकर भी अनजान बने रहे। जिसका नतीजा ये हुआ कि पुल धंसने लगा है।
वहीं दूसरी ओर जोशीमठ चमोली के बीच पागलनाला में पानी के साथ मलबा आने से हाईवे बाधित हुआ है। मलबे में एक कार भी फंस गई। हाईवे बाधित होने के चलते दोनों ओर वाहनों लंबी कतार लगी है। यहां सैकड़ों यात्री फंसे हुए हैं। तो वहीं ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर नरेंद्रनगर बाईपास के पास सड़क धंसने से हाईवे खोखला हो रहा है, जिससे आवागमन जोखिम भरा बना है। सुरक्षा को देखते हुए हाईवे पर भारी वाहनों का संचालन बंद कर दिया गया है। यहां से गुजरने वाले भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की गई है।