Uttarakhand News: देहरादून पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने आईपीएल में करोड़ों का सट्टा लगवाते तीन आरोपियों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर बड़ा खुलासा किया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों के पास से डेढ़ दर्जन एटीएम कार्ड , कैलकुलेटर, 24000 नगदी, चैक बुक व कई रजिस्टर बरामद किए गए है। आरोपियों के खिलाफ जुआ अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस व एसओजी देहरादून की टीम को गोपनीय सूचना प्राप्त हुई थी कि सरस्वती विहार न्यू डी ब्लॉक में एक घर में कुछ व्यक्तियों द्वारा भारी मात्रा में आईपीएल मैचों में सट्टेबाजी का कार्य किया जा रहा है । जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने उक्त मकान पर छापेमारी कर कीन लोगों को रंगेहाथ सट्टेबाजी करते गिरफ्तार किया है।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने जब मकाम में दाबिश दी तो वहां तीन व्यक्ति मिले जो मोबाइल पर मैच देख कर अलग-अलग मोबाइलों से अन्य लोगों से संपर्क कर सट्टेबाजी का कार्य कर रहे थे और उसका लेखा-जोखा रजिस्टर के माध्यम से व्यवस्थित कर रहे थे । जीतने वाले को पेमेंट यूपीआई के माध्यम से व सट्टेबाजी की धनराशि भी यूपीआई के माध्यम से प्राप्त कर रहे थे।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि हम ऑनलाइन ₹2000 प्रति माह के हिसाब से बेटिंग साइट से लाइन लेते हैं । जिस पर मैच व रेट चलता रहता है । उसके बाद हम लोगों से संपर्क कर उन्हें सट्टा लगाने हेतु कहते हैं । लोग हमें फोन कर सट्टा लगाते हैं । सट्टे में यह सुनिश्चित करना होता है कि 6 या 10,15, 20 ओवर में कितने रन बनेंगे और यदि अंदाजा सही निकलता है तो उसको दुगने पैसे वापस मिलते हैं । उक्त लाइन में अलग-अलग तरीके के सट्टे चलते हैं और हार जीत की भी बैटिंग की जाती है। सट्टा लगाने वाले लोगों का लेखा जोखा हम रजिस्टर व डायरी में रखते हैं और यूपीआई के माध्यम से ही पैसा लेते हैं और यूपीआई के माध्यम से ही पैसा लोगों को दिया जाता है ।
आरोपियों की पहचान योगेश कुमार पुत्र लीलापत निवासी न्यू डी ब्लॉक सरस्वती विहार, नितिन पुत्र रामपाल सिंह , बबलू पुत्र कैलाश निवासी मंदिर देवी किशरण कस्बा जानसठ मुज्जफरनगर के रूप में हुई है। आरोपियों ने बताया कि हम प्रत्येक मैच में लगभग 6 से ₹ 7 लाख का सट्टा करते हैं । अब तक हमने करीब डेढ़–दो करोड़ का सट्टा इस आईपीएल के सीजन में कर लिया है । हमारे द्वारा अलग-अलग जगह मुजफ्फरनगर, मेरठ, देहरादून में सट्टेबाजी कर पैसा लगाते हैं और कुछ ही दिन एक जगह में रुकते हैं, ताकि पुलिस को पता ना चल सके।